तीरंदाज डेस्क। भारत सरकार ने यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को अपने वाहनों पर राष्ट्रीय ध्वज ‘तिरंगा’ लगाकर यात्रा करने की सलाह दी है। इस संबंध में केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने शनिवार को कहा सरकार ने छात्रों को भारतीय ध्वज अपने साथ ले जाने के लिए कहा है क्योंकि रूस ने भारतीय छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करने का वचन दिया है।
रेड्डी ने आगे कहा “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन के आसपास के देशों के मंत्रियों और प्रमुखों से बात की है। इसलिए भारतीय दूसरे देश में जाने के लिए यूक्रेन की सीमा पर पहुंचें, भारत सरकार ने सुनिश्चित किया है कि उन्हें बिना किसी समस्या के प्रवेश की अनुमति मिले। जो लोग यूक्रेन की सीमा से रोमानिया में पहुंच रहे हैं उनके लिए भारत सरकार ने वहां से छात्रों को मुफ्त में लाने के उपाय किए थे।”
रेड्डी ने आगे बताया कि “हमने बाइक, कारों और बसों में यात्रा कर रहे छात्रों से कहा है कि वे वाहनों पर भारतीय ध्वज प्रमुखता से लगाएं। जो लोग झंडे की तस्वीरें नहीं ले पाए हैं उन्हें सोशल मीडिया के माध्यम से झंडे भेजे गए हैं। रूस ने वादा किया है कि वह भारतीय छात्रों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करेगा। इसलिए हमने उन्हें भारतीय झंडे लेकर यूक्रेन की सीमा तक पहुंचने के लिए कहा है।”
गौरतलब है कि यूक्रेन से भारतीय यात्रियों को लेकर निकली पहली निकासी उड़ान मुंबई पहुंच गई है। इस फ्लाइट में 219 यात्री सवार थे। इस विमान ने आज दोपहर रोमानिया की राजधानी बुखारेस्ट से उड़ान भरी थी। इन यात्रि को लेने के लिए मुंबई की मेयर किशोरी पेडणेकर पहुंची थी।
अधिकारियों ने उल्लेख किया है कि इस बीच, एक दूसरी निकासी उड़ान (AI1942) के रविवार तड़के दिल्ली लौटने की उम्मीद है, जिसमें अन्य 250 भारतीय नागरिक सवार होंगे। बता दें कि रूस और यूक्रेन के युद्ध के बीच बड़ी संख्या में विदेशों के साथ भारत से भी लोग फंसे हुए हैं। वे देश वापसी के प्रायस कर रहे हैं।
(TNS)