रायपुर। किसानों को उचित मूल्य पर उर्वरक की उपलब्धता सुनिश्चित करने कृषि एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम ने दो दिनों में नौ जिलों के 92 बिक्री केन्द्रों में दबीश दी। जहां उर्वरक विक्रय में अनियमितता पाए जाने पर 48 केन्द्रों पर कार्रवाई की गई। वहीं तीन केन्द्रों के लायसेंस निलंबित किए गए।
इन केन्द्रों में उर्वरक विक्रय में अनियमितता पाये जाने पर 48 केन्द्रों पर कार्रवाई की गई है। टीम द्वारा बलौदाबाजार जिले के तीन उर्वरक केन्द्रों के लायसेंस निलंबित कर दिए गए हैं।
कई जिलों से मिल रही शिकायतों को देखते हुए कृषि और राजस्व विभाग की नौ जिलों की संयुक्त टीम ने जांच के लिए योजना बनाई। उसके बाद बेमेतरा, राजनांदगांव, रायपुर, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, दुर्ग, बलौदाबाजार, धमतरी एवं कबीरधाम के 92 उर्वरक विक्रेताओं की दुकानों एवं बिक्री केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया।
गरियाबंद जिले में 20 केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान उर्वरक विक्रय में अनियमितता पाई गई। जहां 18 केन्द्रों में विक्रय प्रतिबंध कर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। इसी तरह बेमेतरा जिले में 08 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जहां 2 केन्द्रों में अनिमियतता मिली तो विक्रय पर रोक लगाकर उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
इसी तरह रायपुर व जांजगीर जिले में क्रमशः 15 एवं 5 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जिसमें रायपुर के 5 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। जांजगीर में 2 केन्द्रों में विक्रय प्रतिबंध कर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। दुर्ग जिले में 7 केन्द्रों के निरीक्षण में 3 केन्द्रों में गड़बड़ी पाई गई, वहीं एक केन्द्र के विक्रय पर प्रतिबंध लगाकर कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
राजनांदगांव जिले के 4 केन्द्रों के निरीक्षण के दौरान 3 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। बलौदाबाजार जिले में 18 केन्द्रों में से 3 केन्द्रों के लायसेंस निलंबन की कार्यवाही की गई व 3 केन्द्रों पर 21 दिवस के लिए विक्रय प्रतिबंध करते हुए 9 केन्द्रों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
धमतरी जिले में 10 केन्द्रों तथा कबीरधाम जिले में 5 केन्द्रों का निरीक्षण किया गया, जहां कोई अनियमितता नहीं पायी गयी। उर्वरक बिक्री केन्द्रों में अनियमितता की शिकायत के बाद कार्यवाही मामले पर दुर्ग जिले के कृषि उप संचालक सुरेश ठाकुर से फोन पर संपर्क किया गया पर वे फोन रिसिव नहीं किए।
(TNS)