नई दिल्ली। हिजाब विवाद के बीच वायरल फोटो के बाद कर्नाटक में चर्चा में आई मुस्कान का एक और बयान सामने आया है। उसके बयान ने हिंदुस्तान की असली तस्वीर को सामने लाकर रख दिया है।
मामले में दर्जनों लड़कों के बीच घिरीं मुस्कान तब चर्चा में आई जब कर्नाटक में हिजाब विवाद के बीच चल रहे प्रदर्शन में उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। मामले में अकेली मुस्कान हिम्मत के साथ मुकाबला करती हैं और जय श्री राम नारे का जवाब अल्लाहू अकबर से देती हैं। इसके बाद से उनकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है और इस बहस को एक नया रंग दे गई है।
मुस्कान के बयान में क्यों दिखा हिंदुस्तान
विवाद मामले पर मुस्कान ने जानकारी दि कि वीडियो वायरल होने के बाद कई लोग उनका समर्थन कर रहे हैं। यहां तक कि उनके हिंदू दोस्त भी उसके साथ हैं। मेरे पास लगातार फोन आ रहे हैं और लोग मेरा सपोर्ट कर रहे हैं। मुस्कान ने कहा कि मैं और मेरी मुस्लिम सहेलियां, हिंदू दोस्तों के बीच सुरक्षित महसूस करती हैं। हमारे बीच कभी धर्म को लेकर बात नहीं हुई। उनका कहना है यह सब बाहरी लोग कर रहे हैं।
हिजाब हमारा हिस्सा, प्रदर्शन जारी रखेंगे
मुस्कान बताती हैं हिजाब हमारा हिस्सा है। मैं क्लास में हिजाब पहनती हूं और बुर्का उतार देती हूं। आज तक प्रिंसिपल या टीचर्स ने कुछ नहीं कहा। यह सब बाहरी लोगों ने किया है। वह कहती हैं हम हिजाब के लिए विरोध जारी रखेंगे। यह मुस्लिम लड़की होने की पहचान है। यह हमारा धर्म है।
घटना के दौरान क्या हुआ था
मीडिया को मुस्कान ने बताया कि वह कॉलेज असाइनमेंट के लिए आई थी। पर वे लोग मुझे अंदर नहीं जाने दे रहे थे, क्योंकि मैनें बुरका पहना हुआ था। बताया कि उनका कहना था कि पहले बुरका उतारो फिर अंदर जाओ। मैं वहां दोबारा गई तो लड़कों ने मुझे घेर लिया और जय श्री राम के नारे लगाने लगे, इसके जवाब में मैनें भी अल्लाहू अकबर का नारा लगाया। वह बताती है कि मेरे टीचर और प्रिंसिपल ने मेरा सपोर्ट किया, उन लोगों ने मुझे भीड़ से बचाया।
मुस्कान सोशल मीडिया पर छा गई
घटना का वीडियो सामने आने के बाद से मुस्कान सोशल मीडिया पर छा गई हैं। लोग उनकी बहादुरी काे सलाम कर रहे हैं। हिजाब के खिलाफ चल रहे इस प्रदर्शन का चेहरा बन गई हैं। मीडिया पर मुस्कान को लेकर कई मीम्स व पोस्टर वायरल हो रहे हैं। घटना के दौरान डर लगने के सवाल पर मुस्कान ने कहा कि जब लड़कों ने उन्हें घेरा तो वह डर गई थीं, लेकिन जब प्रिंसिपल व अन्य शिक्षकों ने विरोध किया तो उनका डर खत्म हो गया। वह कहती हैं कि वह बुरका पहनना जारी रखेंगी।
विवाद का ये है कारण
उडुपी में एक जनवरी को सरकारी प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज में छह मुस्लिम छात्राओं को कक्षाओं में जाने से रोक दिया गया। ये सभी छात्राएं हिजाब पहने हुई थीं। कॉलेज प्रबंधन ने प्रतिबंध लगाने के पीछे नए यूनिफार्म लॉ का हवाला दिया। यह मुद्दा अब उडुपी के अन्य सरकारी कॉलेजों में भी फैल चुका है। कुंदापुरा कॉलेज की 28 मुस्लिम छात्राओं को भी हिजाब पहनकर कक्षाओं में शामिल नहीं होने दिया गया। इसके बाद से कई छात्राएं हिजाब पर प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध कर रही हैं।
(TNS)