भिलाई। दुर्ग पुलिस ने चिटफंड कंपनी के फरार डायरेक्टर को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया है। संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड नाम की कंपनी के माध्यम से 25 लाख की ठगी कर आरोपी फरार हुआ था। इस मामले में मोहन नगर पुलिस 2017 से आरोपी की तलाश क रही थी।
इस मामले को लेकर बुधवार को एसपी बद्रीनारायण मीणा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस लेकर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुसार चिटफंड कंपनियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। इसी कड़ी में संचय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड नाम की कंपनी चलाने वाले अरविंद मिश्रा के खिलाफ ठगी का मामला दर्ज था। पतासाजी के दौरान अरविंद मिश्रा के भुवनेश्वर में होने की जानकारी मिली।
एसपी मीणा ने बताया कि अरविंद मिश्रा के खिलाफ मोहन नगर थाने में धोखाधड़ी का अपराध दर्ज है इस कंपनी के संचालकों द्वारा 13 निवेशकों से 25 लाख रुपए की धोखाधड़ी की गई थी। निवेशकों को इन लोगों ने रकम दुगनी करने का झांसा दिया था। कंपनी के फरार डायरेक्टर अरविंद मिश्रा की जानकारी मिलने के बाद पुलिस की एक टीम को भुवनेश्वर रवाना किया गया।
भुवनेश्वर में आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीम ने लगातार रेकी की। तीन दिनों तक पुलिस की टीम ने भुवनेश्वर में डेरा डाला हुआ था। इस दौरान ठगी का आरोपी अरविंद मिश्रा कार लेकर बाहर निकला था। पुलिस ने उसका पीछा कर उसे गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी अरविंद मिश्रा को दुर्ग लाया गया। एसपी बद्रीनारायण मीणा ने बताया कि संजय इंफ्रा प्रोजेक्ट लिमिटेड का एक डायरेक्टर प्रबंध मोहंती को भुवनेश्वर से गिरफ्तार किया जा चुका है। वहीं कंपनी का एक और डायरेक्टर अभी भी फरार है। उसकी भी तलाश की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पुलिस द्वारा अरविंद मिश्रा की चल अचल संपत्ति को कुर्क करने के लिए शासन को पत्र भेजा जाएगा।
प्रेस वार्ता के दौरान एएसपी संजय ध्रुव, एएसपी ग्रामीण आनंद साहू, सीएसपी दुर्ग जितेंद्र यादव, डीएसपी क्राइम नसर सिद्दीकी भी मौजूद रहे। इस पूरी कार्रवाई में मोहन नगर टीआई जितेंद्र वर्मा, साइबर निरीक्षक गौरव तिवारी, सहायक उप निरीक्षक अशोक साहू, प्रधान आरक्षक चंद्रशेखर, आरक्षक अमर नायक, अलाउद्दीन खान, अरबाज खान, निखिल साहू आदि की सराहनीय भूमिका रही।