रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने यूपी चुनाव को लेकर एक बार फिर निर्वाचन आयोग की निष्पक्षता पर सवाल खड़े किए हैं। सीएम एम बघेल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर गृह मंत्री अमित शाह के प्रचार का वीडियो साझा करते हुए सवाल उठाया कि FIR क्या केवल कांग्रेस के मुख्यमंत्री पर ही होगा। उन्होंने चुनाव आयोग पर तंज कसते हुए कहा कि गृहमंत्री अमित शाह को डोर-टू-डोर प्रचार का ब्रांड एंबेसडर बना देना चाहिए।
बता दे गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को पश्चिम उत्तर प्रदेश के कैराना विधानसभा क्षेत्र से अपने प्रचार प्रचार शुरू किया। कोविड के कारण चुनाव आयोग द्वारा जारी निर्देशों निर्देशों के अनुसार गृहमंत्री अमित शाह डोर-टू- डोर प्रचार करने निकले। इस दौरान देखा गया कि उनके प्रचार अभियान में कोविड-19 गाइडलाइन का पूरी तरह से उल्लंघन किया गया। भारी भीड़ के बीच अमित शाह प्रचार करते दिखे। समाचार चैनलों इस चुनाव कैंपेनिंग को कवर किया।
इसी कैंपेनिंग का एक वीडियो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए चुनाव आयोग पर तंज कसा। ट्विटर के माध्यम से उन्होंने कहा “माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी 5 लोगों के साथ door-to-door प्रचार कर रहे हैं, चुनाव आयोग को उन्हें डोर टू डोर अभियान का ब्रांड एंबेसडर घोषित कर उनके वीडियो को डेमो के रूप में सभी प्रत्याशियों को दिखाना चाहिए, वरना चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल लगातार उठेंगे।“ उन्होंने आखिरी में साथ लिखा FIR सिर्फ कांग्रेस के ही मुख्यमंत्री पर क्यों?
बता दें कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तर प्रदेश चुनाव में 16 जनवरी को गौतमबुद्ध नगर नोएडा में कांग्रेस प्रत्याशी पंखुड़ी पाठक के पक्ष में चुनाव प्रचार कर रहे थे। इस दौरान गौतम बुद्ध नगर पुलिस ने उनके खिलाफ कोविड-19 गाइडलाइन का उल्लंघन का मामला बताते हुए FIR दर्ज की थी।
सीएम बघेल ने तब कहा था कि प्रचार के दौरान उनके साथ कुछ पुलिसकर्मी उनके सुरक्षाकर्मी व मीडिया के लोग थे। इसे ही कोविड-19 का उल्लंघन माना गया। अब ताजा मामले में सीएम बघेल ने गृह मंत्री अमित शाह का वीडियो साझा करते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए।