बिलासपुर। 13 जनवरी को बिलासपुर जिला कांग्रेस कमेटी के सचिव टांकेश्वर पाटले के घर हुई डकैती के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। घटना का मास्टरमाइंड 21 साल का युवक है जिसने बदला लेने की नियत से अपने साथियों के साथ पूरी वारदात को अंजाम दिया। मामला सुलझाने में बिलासपुर पुलिस को पूरे 10 दिन का समय लग गया। इस दौरान पुलिस ने आसपास एक हजार के आसपास कैमरे खंगाले तब जाकर आरोपियों का सुराग मिला।
शनिवार को बिलासपुर पुलिस ने इस मामले का खुलासा करते हुए बताया कि कांग्रेस नेता टाकेश्वर के घर हुई इस डकैती का मास्टरमाइंड 21 साल का युवक अजय ध्रुव व उसके तीन साथियों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने अजय के साथ ओडिशा के आनंद टोप्पो, छोटू सिंह व दुर्गेश को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं मामले में छह अन्य आरोपी फरार हैं।
पुलिस ने बताया कि अजय ध्रुव ने पूरी वारदात बदला लेने की नीयत से किया था। कांग्रेस नेता टाकेश्वर के साथ अजय ध्रुव का पुराना विवाद था जिसकी वजह से जेल जाना पड़ा। इसी का बदला लेने के लिए उसने पूरी वारदात का प्लान बनाया। पुलिस ने बताया कि अजय ध्रुव ने अपनी योजना में रमजान उर्फ बल्ला तथा ओड़िशा के एक बदमाश बल्लू को शामिल किया। ओड़िशा के बदमाश बल्लू ने दुर्गेश, अनिल शाह, माइकल उर्फ राहुल सिंह, टोनी उर्फ आनंद टोप्पो नाम के युवकों को अपने साथ ले कर वारदात को अंजाम दिया।
सीसीटीवी कैमरे से मिले सुराग
जांच के दौरान पुलिस ने घटनास्थल के आसपास वह शहर में लगे कई सीसीटीवी कैमरे चेक किया। इस दौरान युवकों का हुलिया ट्रेस कर लिया गया। सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि डकैती के बाद सभी ओड़िशा और रायगढ़ की तरफ भागे हैं। इसके पुलिस कड़ी दर कड़ी जुड़ती गई और पुलिस को बल्ला के बारे में जानकारी मिली। बल्ला कुछ दिन पहले ही गतोरा डकैती के मामले में जेल से छूटा था।
इसके बाद पुलिस को एक अन्य आरोपी छोटू सिंह को सुंदरगढ़ से गिरफ्तार किया। छोटू सिंह से पूछताछ के बाद पुलिस को डकैती के मास्टरमाइंड अजय ध्रुव की जानकारी मिली। पुलिस को अजय ध्रुव को सिरगिट्टी से गिरफ्तार किया। वारदात में शामिल अजय के साथी ओड़िशा निवासी रमजान ऊर्फ बल्लू, माइकल सिंह, अनिल, आयूब खान निवासी बिलासपुर, तुलसी निवासी जांजगीर चांपा, रमजान उर्फ बल्ला निवासी बिलासपुर फरार हैं।