रायपुर। महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर की भर्ती के लिए तमाम तैयारियां व्यावसायिक परीक्षा मंडल ने लगभग पूरी कर ली है। इधर हैरानी की बात यह है कि कोविड-19 को लेकर अभी भी व्यवस्था अधूरी है।
दरअसल 100 पदों के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को परीक्षा का अवसर दिया जा रहा है। आगामी 23 जनवरी को लिखित परीक्षा होनी है। इस परीक्षा के लिए निर्धारित पदों पर पूरे प्रदेश से 2 लाख से भी ज्यादा आवेदन भरे जाने की सूचना है।
बता दें कि ये 2 लाख अभ्यर्थी वे आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं जो इन दिनों घर-घर जाकर कुपोषित बच्चों को रेडी-टू-ईट बांट रही हैं। इनमें से कई आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कोरोना टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आने की जानकारी मिल रही है। वे परीक्षा के लिए फॉर्म भर चुकी हैं। उन्हें प्रवेश पत्र भी व्यापम की वेबसाइट के जरिये मिल चुके हैं, लेकिन वे इस असमंजस में हैं कि पॉजिटिव होने के बाद उनकी परीक्षा निर्धारित केंद्रों में होगी या ऑनलाइन होगी?
भर्ती परीक्षा के लिए व्यापम ने अपनी वेबसाइट में हेल्पलाइन के लिए एक मोबाइल नंबर दे रखा है, लेकिन वह मोबाइल नंबर बंद बताया जा रहा है। इसी तरह एक लैंडलाइन फ़ोन नंबर भी वेबसाइट पर दर्ज है, लेकिन वह लैंडलाइन फोन नंबर भी अमान्य बताया जा रहा है। ऐसे में सुपरवाइजर परीक्षा के लिए आवेदन दे चुकी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताएं असमंजस में हैं कि वह अपने पॉजिटिव कोरोना वायरस होने की रिपोर्ट कैसे जमा करें और उनकी परीक्षा किस पद्धति से ली जाएगी?
आपको बता दें कि परीक्षा तिथि को अब हफ्ते भर भी नही बचे हैं। अभ्यर्थी अपनी तैयारी छोड़कर यह जानने में माथापच्ची कर रही हैं कि कोरोना पॉजिटिव अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा की आखिर कैसी व्यवस्था है? यहां की अव्यवस्ता से आंगनबाड़ियों में सालों से जो सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम कर रहीं है वे अपने भविष्य के लिए चिंतित हैं। परीक्षा में सफल हुए तो नई जिम्मेदारियों को साथ वेतन में भी बढ़ोती होगी।
(TNS)