भिलाई। नगर निगम भिलाई के चुनाव संपन्न होने के बाद महापौर कौन होगा इसे लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। भिलाई निगम में कांग्रेस पार्टी को बहुमत मिलने के बाद यह तो तय है कि महापौर कांग्रेस का पार्षद ही होगा वहीं सभापति उन्हीं में से चुना जाएगा। इससे पहले की प्रदेश कांग्रेस महापौर का नाम घोषित करे भिलाई निगम के निर्वाचित पार्षदों ने रायपुर में डेरा डाल दिया। बड़ी संख्या में पार्षद रायपुर पहुंचे हैं। यही नहीं शुक्रवार को सीएम हाउस पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से भी मुलाकात की। मुलाकात करने वाले पार्षदों में ऐसे नाम भी हैं जो महापौर के दावेदारों में शामिल है।
बता दें नगर पालिक निगम भिलाई के चुनाव संपन्न होने के बाद कांग्रेस पार्टी को यहां बहुमत मिला है। भिलाई निगम के 70 वार्डों में से 37 वार्डों में कांग्रेस के पार्षद चुनकर आए हैं। वही भारतीय जनता पार्टी को 24 वार्डों में जीत मिली है। निर्दलीय प्रत्याशी 9 वार्डों में जीत पाए हैं। भिलाई निगम में बड़ी जीत के साथ ही यहां महापौर व सभापति कौन होगा इसे लेकर उत्सुकता बढ़ गई है। हालांकि कुछ ऐसे चेहरे हैं जो महापौर की रेस में सबसे आगे हैं और भिलाई नगर विधायक देवेन्द्र यादव के चहेते हैं।
सीएम की पसंद का होगा महापौर
बताया जा रहा है कि भिलाई निगम सहित चारों निगमों में महापौर कैंडिडेट मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पसंद का होगा। अब सवाल यह है कि नगर निगम भिलाई में आखिर सीएम बघेल किसे महापौर के तौर पर पसंंद करेंगे। हालांकि कुछ वार्ड के पार्षद ऐसे हैं जो महापौर के दावेदार हैं। उनमें सबसे आगे सेक्टर 5 पूर्व वार्ड क्रमांक 60 से पार्षद नीरज पाल व सेक्टर 7 वार्ड क्रमांक 66 से पार्षद लक्ष्मीपति राजू हैं। इन दोनों पार्षदों का विधायक देवेन्द्र यादव का काफी करीबी माना जाता है। पिछले कार्यकाल में जब महापौर देवेन्द्र यादव अवकाश पर होते थे तब प्रभारी महापौर के तौर पर नीरज पाल की यह जिम्मेदारी संभालते रहे हैं। ऐसे में इनकी दावेदारी को पुख्ता माना जा रहा है।
इनकी दावेदारी भी पुख्ता
इसी प्रकार वार्ड 66 सेक्टर -7 से पार्षद निर्वाचित लक्ष्मीपति राजू कांग्रेस कद्दावर पार्षदों में गिने जाते हैं। जब से निगम का गठन हुआ है तब से वे लगातार इस क्षेत्र से जीतकर आ रहे हैं। लक्ष्मीपति राजू को लेकर भी कहा जा रहा है कि वे महापौर के प्रबल दावेदार हैं। इसी प्रकार सेक्टर-10 वार्ड 65 से पार्षद चुनी गई तेज तर्रार महिला नेत्री सुभद्रा सिंह का नाम भी महापौर के दावेदारों में शामिल हैं। वार्ड 70 हुडको से निर्वाचित सीजू एंथोनी का नाम भी महापौर के दावेदारों में है। सीजू भी कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में एक माने जाते हैं। इसके अलावा पहली बार चुनाव मैदान में उतरे संदीप निरंकारी, आदित्य सिंह व एकांश बंछोर के नाम भी महापौर के दावेदारों में शामिल है। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इनमें से किसे अपना चेहरा बनाते हैं।
एमआईसी में हो सकती है विधायक की दखल
एक ओर जहां माना जा रहा है कि सीएम कैंडिडेट भूपेश बघेल की पसंद का होगा वहीं यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि एमआईसी मेंबर व सभापति भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव की पसंद के हो सकते हैं। हालांकि अभी यह कहना जल्दबाजी है इसके बाद भी जैसी जानकारी सामने आ रही है उसके अनुसार निगम की एमआईसी देवेंद्र यादव की पसंद का हो सकता है। चुनाव में देवेंद्र यादव ने अकेले लीड करते हुए बहुमत हासिल किया। उसे देखते हुए पार्टी स्तर पर उनका कद काफी बढ़ गया है। इस वजह से भी इन कयासों को बल मिल रहा है। यही नहीं विधायक देवेंद्र यादव को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भी काफी करीबी माना माना जाता है।
नए चेहरों पर भी हो सकता फोकस
भिलाई निगम के महापौर की चर्चा के बीच कुछ नए चेहरों पर भी फोकस हो सकता है। दुर्ग नगर निगम में चुनाव होने के बाद महापौर को लेकर इसी तरह की पॉलिसी अपनाई गई थी। कई दिग्गज पार्षदों के बीच दुर्ग निगम में धीरज बाकलीवाल को महापौर बनाया गया। दुर्ग निगम चुनाव के बाद महापौर के शुरुआती दावेदारों में धीरज बाकलीवाल का नाम ही नहीं था, लेकिन जब इनके नाम पर मुहर लगी तो सभी कांग्रेस पार्षदों ने इनका समर्थन किया। दुर्ग का फॉर्मूला अपनाया गया तो संभवत: सीएम की पसंद किसी नए चेहरे पर ठहर सकती है।