तीरंदाज डेस्क, भिलाई। छत्तीसगढ़ में शीतलहर के कारण ठंड ने कहर बरफाना शुरू कर दिया है। बिलासपुर में ठंड के कारण एक बुजुर्ग की मौत हो गई। भारी ठंड के बीच बुजुर्ग खुले आसमान के नीचे कांप रहा था। कुछ राहबगीरों ने उसे अस्पताल पहुंचाया लेकिन उसे बचाया न जा सका। ठंड में बेघर लोगों के सामने बचने की बड़ी चुनौती है।
बता दें इन दिनों छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बीते तीन चार दिनों से प्रदेश में शीत लहर का प्रकोप है। शुरुआती दिनों में उत्तर क्षेत्र शीतलहर की चपेट में था लेकिन अब पूरे प्रदेश में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। ठंड के कारण अब लोगों की जान पर बन आई है। खासकर वे लोग जो बेघर हैं और खुले आसमान के नीचे जीवन यापन कर रहे हैं। प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों के लिए कोई विशेष पहल भी अब तक नहीं की गई है जिसके कारण लोगें की जान पर बन आई है। ताजा मामले में बिलासुपर रतनपुर बायपास में ठंड से कांप रहे बुजुर्ग की मौत हो गई। बुजुर्ग ठंड से कांप रहा था इतने में वहां गुजर रहे कुछ राहगीरों ने उसे अस्पताल पहुंचाया। बुजुर्ग की हालत अत्याधिक खराब होने के कारण उसे सिम्स् रेफर किया गया लेकिन उसकी जान नहीं बच पाई। डॉक्टरों ने भी मौत की वजह ठंड को बताया है। मृतक बुजुर्ग की पहचान नहीं हो पाई।
अंबिकापुर के बाद दुर्ग सबसे ठंडा
छत्तीसगढ़ में तापमान की बात करें तो अंबिकापुर के बाद दुर्ग जिला सबसे ठंडा रहा। मौसम विभाग के अनुसार यहां 1 दिन में पारा लगभग 8 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। दुर्ग जिले में रात का टेंपरेचर 5.4 डिग्री रहा वही अधिकतम 23 डिग्री दर्ज किया गया। दिन के तापमान में भी 5 डिग्री का अंतर देखा गया। प्रदेश में सबसे कम तापमान अंबिकापुर में दर्ज किया गया। वही पेंड्रा रोड में न्यूनतम तापमान 5.57 डिग्री रहा। राजधानी रायपुर में भी न्यूनतम तापमान में 4 डिग्री का अंतर दिखा। यहां न्यूनतम तापमान 8.4 डिग्री दर्ज किया गया वही बिलासपुर में 7 डिग्री तापमान दर्ज किया गया। प्रदेश के दक्षिणी छोर में भी तापमान में गिरावट का क्रम जारी है। जगदलपुर में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री रहा। यहां 1 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई। मौसम विभाग की माने तो उत्तर भारत से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण प्रदेश का तापमान गिरा है। आने वाले दिनों में और अधिक ठंड बढ़ने की आशंका है।