0 Comment
तीरंदाज, रायपुर। आनंद बहादुर की गज़लें साहित्य की जमीन पर प्रयोगवादी वृक्ष के समान हैं। उनकी गज़लों राजनीति पर बेबाक हमला भी करती हैं और प्रकृति की लोच-लचक और सादगी को भी महसूस कराती हैं। यह बातें प्रख्यात लेखक व कवि डॉ. आनंद शंकर बहादुर के गज़ल संग्रह ‘सीपियाँ के ऑनलाइन विमोचन के मौके पर... Read More