रायपुर। देशद्रोह और आय से अधिक संपत्ति के मामले में दिल्ली से गिरफ्तार किए गए निलंबित एडीजी जीपी सिंह के बयान से राज्य की सियासत गर्मा गई है। जीपी ने शुक्रवार को अदालत में पेश होने के बाद सरकार पर आरोप लगाया था कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। अब इस मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उनके आरोपों को निराधार करार दिया है।
बघेल ने कहा कि गंभीर आरोपों में फंसे जीपी सिंह अपने बचाव में बे-बुनियाद बयान दे रहे हैं। नई दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले शनिवार को एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बात करते हुए सीएम बघेल ने कहा कि वह जीपी सिंह के बयान पर कुछ नहीं कहेंगे। उसकी जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपना बचाव करने के लिए जीपी सिंह कुछ भी बयान देंगे। यह उचित नहीं है। सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इसके बाद पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की है। मामला अपने आप में गंभीर है। वहीं, विपक्ष के नेता धर्मलाल कौशिक ने सरकार को साजिशकर्ता करार दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार निर्दोष लोगों को फंसाने की कोशिश कर रही है।
तीसरे दिन रिमांड में पूछताछ
आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार निलंबित एडीजी जीपी सिंह से एसीबी के अधिकारियों ने रिमांड में लगातार तीसरे दिन पूछताछ की। पूछताछ और जांच में कुछ नए दस्तावेज मिले हैं, जिसके आधार पर अब टीम जांच करेगी। वहीं, जीपी के दोनों मोबाइल फोन को डिकोड करने के लिए बाहर भेजे जाएंगे। हालांकि, जीपी सिंह ने इस मामले में पुलिस को बताया है कि वे दोनों फोन उनके नहीं हैं और इसलिए वह उसका लॉक नहीं खोल सकते हैं। पुलिस को उम्मीद है कि यदि मोबाइल खुल जाते हैं, तो उससे कुछ और सुराग मिल सकते हैं।
करोड़ों के निवेश की जानकारी मिली
पुलिस को जानकारी मिली है कि जीपी सिंह ने रायपुर के वीआईपी रोड के एक आलीशान होटल, पुराना धमतरी रोड स्थित एक बड़ी कालोनी में करोड़ों रुपए का निवेश किया है। इसके साथ ही 25 विभिन्न बैंकों में करोड़ों रुपए का लेन-देन किया गया था।