BHILAI. हिन्दू नववर्ष आने की ख़ुशी में देशभर में जश्न का माहौल है। सम्पूर्ण हिन्दू समाज विक्रम सम्वत 2080 का धूमधाम से स्वागत कर रहा है। इसी कड़ी में छत्तीसगढ़ के भिलाई शहरवासियों ने भी भारतीय नववर्ष का धूम-धाम से स्वागत किया। कार्यक्रम में हर वर्ग के लोगों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।आर्य समाज, सियान सदन, हिंदू समाज, सनातन धर्म, वैदिक धर्म आदि के प्रतिनिधियों ने भी इसमे भाग लिया।
कार्यक्रम से पहले घर-घर ध्वज देकर दिया निमंत्रण
धीरज मणि, आर्य संतोष दाहतोंडे, संतोष कुमार चौबे, वागीश चंद्र त्रिपाठी, अनुपमा उपाध्याय, जसविंदर कौर, भारती शर्मा, प्रीति भट्ट, अनुगता अवस्थी, आशा यादव, ईतू गांव, बबीता बुंदेले, दिनेश कुमार शुक्ला, अंजू मिश्रा रेखा पंड्या, अमित मिश्रा ज्योति शिंदे, धनेश कुमार शुक्ला, आभा चौरसिया अर्जुन राठौर, डॉ अजय आर्य सुरेश कुमार आदि ने कार्यक्रम से पहले घर घर जाकर हिंदू समाज के प्रतीक भगवा ध्वज का वितरण किया।
सृष्टि का हुआ था इस दिन आरंभ
डॉ अजय आर्य ने बताया कि आज ही के दिन सृष्टि का आरंभ हुआ था। सृष्टि संवत 1,97,38,13,123 वर्ष पुराना है। मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम एवंं महाराज युधिष्ठिर का राज्याभिषेक भी आज ही के दिन 5158 वर्ष पूर्व हुआ था। इसके अलावा सम्राट विक्रमादित्य ने इसी दिन 2079 वर्ष पूर्व अपना राज्य स्थापित किया। 148 वर्ष पूर्व महर्षि दयानंद सरस्वती जी द्वारा इसी दिन आर्य समाज की स्थापना भी की गयी थी।
भविष्य की पीढ़ी का सांस्कृतिक गौरव से परिचय कराना अनिवार्य
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आभा चौरसिया ने कहा कि भविष्य में आने वाली पीढ़ी का अपने धार्मिक और सांस्कृतिक गौरव से परिचय कराना हमारा प्रथम कर्तव्य होना चाहिए। साथ ही अनुपमा उपाध्याय ने सूर्य के प्रकाश की तुलना भगवा रंग से करते हुए इस रंग को अग्नि ज्ञान तथा प्रकाश का प्रेरक रंग बताया।