JABALPUR. मध्य प्रदेश से बड़ी खबर आ रही है। जबलपुर में हाईकोर्ट के वरिष्ठ वकील ने आत्महत्या कर ली। बताया जा रहा है कि एक माननीय जज की कथित टिप्पणी के बाद वकील ने यह कदम उठाया है। नाराज अधिवक्ता हाईकोर्ट में प्रदर्शन कर रहे है। बार काउंसिल के पदाधिकारी उक्त माननीय से भेंट करने पहुंचे, लेकिन उनसे मुलाकात नहीं हुई। फिर नाराज वकीलों ने मुख्य न्यायाधीश के पास पहुंचकर और जमकर प्रदर्शन किया।
जबलपुर हाईकोर्ट परिसर में शुक्रवार को शाम चार बजे उस समय हंगामा मच गया, जब एक वरिष्ठ अधिवक्ता अनुराग साहू का शव रखकर अधिवक्ता प्रदर्शन करने लगे। हाईकोर्ट के हनुमान मंदिर के सामने शव आधा घंटा रखा कर वकीलों ने नारेबाजी की। आक्रोशित वकील घटना की सीबीआई जांच की मांग कर रहे थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने संबंधित कोर्ट व मुख्य न्यायाधीश की कोर्ट के आसपास तोड़फोड़ भी कर दी।
जानकारी मिल रही है कि न्यायालय परिसर के कुछ क्षेत्र में आगजनी भी की और कार्यालय में तोड़फोड़ भी की। लिहाजा, फायर ब्रिगेड को भी बुलाना पड़ा। आक्रोशित वकीलों को नियंत्रित करने पुलिस को बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज भी करना पड़ा।
बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह वरिष्ठ अधिवक्ता अनुराग साहू महिला आरक्षक से दुष्कर्म के आरोपी टीआई संदीप अयाची की जमानत अर्जी का विरोध करने न्यायमूर्ति की कोर्ट में खड़े हुए थे। इसी दौरान जज व वरिष्ठ अधिवक्ता से तर्क के दौरान कुछ ऐसा हुआ, जिससे अवसादग्रस्त होकर अनुराग साहू सीधे घर गए और आत्महत्या कर ली। मामले की जानकारी लगते ही सैकड़ों की संख्या में वकील नारेबाजी करने लगे। वे अनुराग साहू का शव उसके घर से लेकर हाईकोर्ट परिसर आ गए। उनका आरोप है कि कोर्ट में जो हुआ, उसकी जांच हो।
मामले में अभी भी प्रदर्शन जारी है। वहीं स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) को मोर्चा संभालना पड़ा है। आक्रोशित वकील जमकर प्रदर्शन कर रहे है। मामला और बढ़ने की उम्मीद है। क्योंकि इस घटना से प्रदेश भर सहित छत्तीसगढ़ और अन्य राज्यों के वकील भी आक्रोशित हैं।