BHILAI NEWS. पुरानी भिलाई थाना कैंपस में फिर एक बार लोग धरना देने पहुंचे, लेकिन इस बार धरना देने कोई और नहीं बल्कि डबरापारा के पार्षद तुलसी ध्रुव और अन्य पार्षद थे। दरअसल कल जिस महिला ने थाना के आरक्षक पर शारीरिक शोषण का आऱोप लगाया था, वह उसी के वार्ड की थी और कल थाना घेराव के दौरान मौजूद हिन्दूवादी संगठन के नेताओं ने पुलिस के साथ पार्षद की मिलीभगत का आऱोप लगाया था।

जिसके बाद उस बयान का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल होने लगा। जिसके बाद अपनी छबि खराब करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग को लेकर पार्षद धऱने पर बैठा रहा। पार्षद तुलसी ध्रुव ने कहा कि छत्तीसगढ़ बजरंग दल के जिस नेता ने उस पर आरोप लगाया है वह खुद निगरानीशुदा बदमाश है और दूसरों की छवि खराब कर रहा है।

इधर पार्षद ने थाना प्रभारी से कहा कि वे पुलिस के उच्चाधिकारी को ही ज्ञापन देंगे। जिसके बाद एडिशनल एसपी पद्मश्री तंवर वहां पहुंची और ज्ञापन लेकर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद वार्डवासियों के साथ पार्षद ने धरना खत्म किया।

बता दें कि पुरानी भिलाई थाना के आऱक्षक अरविंद मेढ़े पर एक महिला ने शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया है। महिला का आरोप है कि उसके नाबालिक बेटे को पॉक्सो की कार्रवाई से बचाने आरक्षक ने उसका शारीरिक शोषण किया और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की। इतना ही नहीं उसे दो दिन बाद फिर से बुलाकर हम बिस्तर होने की बात कही।
इस घटना के बाद महिला ने छत्तीसगढ़ बजरंग दल के युवाओं से संपर्क किया। जिसके बाद इस मामले ने तुल पकड़ा। इसके बाद हिन्दुवादी संगठन के लोग वहां एकत्रित होने शुरू हुए और महिला को साथ लेकर आरक्षक के खिलाफ एफआईआर की मांग करने लगे। इधर थाने का घेराव और मामले को बढ़ता देख थाना प्रभारी अंबर सिंह ने तत्काल आला अधिकारियों को इसकी जानकारी दी। जिसके बाद एएसपी पद्मश्री तवंर वहां पहुंची और पीड़ित महिला का घंटों बयान लेने के बाद एफआईआर कर दी गई।
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने बताया कि महिला के बयान के बाद पुरानी भिलाई थाना में आरक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया। इधर एसएसपी विजय अग्रवाल ने एफआईआर के बाद आरक्षक अरविंद मेढ़े को सस्पेंड कर दिया है। वही डीएसपी भारती मरकाम को प्रकरण की जांच कर 7 दिन के भीतर प्रतिवेदन पेश करने को कहा है।

महिला ने बताया कि कुछ दिन पहले उसके बेटे पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई कर उसे बाल संप्रेषण गृह भेजा गया था। उसने अपने बेटे को छुड़ाने भिलाई थीन थाना में पदस्त आरक्षक अऱविंद मेढे से मदद मांगी। इस दौरान आरक्षक ने उसका नंबर लिया औऱ् अपना नंबर दिया। इस दौरान आरक्षक ने फोन कर उसे कल शाम मिलने के लिए बुलाया। जिसके बाद वह सिरसा गेट के पास उससे मिलने गई। वहां आरक्षक अपनी दुपहिया वाहन में बिठाकर उसे सुनसान जगह पर ले गया। जहां उसने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की बात कही और महिला ने पीरिड्स चलने की बात कही तो उसने उसके सीने से लेकर प्राइवेट पार्ट में हाथ लगाने लगा। इस हरकत के बाद वह काफी असहज हो गई और हिन्दू संगठन के लोगों को इसकी जानकारी दी।



































