BILASPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में एक बार फिर पुलिस की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। बिलासपुर जिले के पचपेड़ी थाना क्षेत्र से ऐसा मामला सामने आया है जिसने पूरे सिस्टम की छवि पर दाग लगा दिया है। यहां एक हेड कांस्टेबल पर आरोप है कि उसने एक ग्रामीण को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 2 लाख रुपए की रिश्वत मांगी, जिसके बाद पीड़ित ने अपनी जमीन गिरवी रखकर 1.5 लाख रुपए का इंतजाम किया। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

पीड़ित मानिकचौरी निवासी जोगी नायक ने बताया कि 6 अक्टूबर की शाम उसे पचपेड़ी थाने के सरकारी क्वार्टर में बुलाया गया। वहां हेड कांस्टेबल हरवेंद्र खूटे के साथ आरक्षक गजपाल जांगड़े, अजय मधुकर और मुरीत बघेल भी मौजूद थे। सभी ने उसे धमकाया कि उसके खिलाफ गुंडा-बदमाश लिस्ट में नाम जोड़कर आबकारी एक्ट के तहत केस दर्ज किया जाएगा।

जोगी नायक के अनुसार, पुलिसकर्मियों ने उससे 2 लाख रुपए की मांग की, जिसके बाद उसने किसी तरह जमीन गिरवी रखकर 1.5 लाख रुपए जुटाए। फिर आरोपी हेड कांस्टेबल को घर बुलाकर पैसे दिए। इसी दौरान उसने मोबाइल से वीडियो बना लिया।

पीड़ित ने मामले की लिखित शिकायत छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री को भेजते हुए पूरे प्रकरण की जांच की मांग की है। वहीं, स्थानीय लोगों ने भी संबंधित पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है। मामले में थाना प्रभारी की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं।

वीडियो में दिखा रिश्वत का खेल
वायरल वीडियो में जोगी नायक की पत्नी पुलिसकर्मी को नोटों की गड्डी देती दिख रही है। हेड कांस्टेबल आराम से बैठकर नोट गिन रहा है और पास में एक महिला सिपाही भी मौजूद है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।



































