BHOPAL NEWS. मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के ईस्टर्न बाइपास पर सोमवार दोपहर बड़ा हादसा टल गया। करीब डेढ़ बजे बिलखिरिया के पास पुल के एप्रोच की रिटेनिंग वॉल अचानक गिर गई। हादसे में सड़क का लगभग 100 मीटर हिस्सा धंस गया और एक लेन में करीब 20 फीट गहरा गड्ढा बन गया।
शहर में ट्रैफिक को कम करता है
रायसेन, नर्मदापुरम और सागर की तरफ से आने वाले वाहनों को बिना शहर में घुसाए सीधे इंदौर रोड तक पहुंचाने का काम करता है। सड़क धंसने की घटना पर MPRDC ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रबंध संचालक भरत यादव के निर्देश पर तीन सदस्यीय तकनीकी जांच समिति बनाई है।
जांच दल में चीफ इंजीनियर बीएस मीणा, जीएम मनोज गुप्ता और जीएम आरएस चंदेल शामिल हैं। यह टीम आर-ई वॉल धंसने के कारणों की जांच कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। बताते चलें कि यदि यही हादसा रात के समय होता, या जिस वक्त काफी संख्या में वाहन आ रहे होते, तो दर्जनों वाहन इस गड्ढे में गिर सकते थे।
कांग्रेस ने किया प्रदर्शन
इस घटना के बाद मामला सिर्फ तकनीकी जांच तक सीमित नहीं रहा, बल्कि राजनीतिक रंग भी लेने लगा। सड़क धंसने की खबर मिलते ही कांग्रेस कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए और राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। उनका आरोप था कि घटिया निर्माण गुणवत्ता और भ्रष्टाचार के कारण यह हादसा हुआ है।
कांग्रेस नेताओं ने इस मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की। बताया जा रहा है कि यह सड़क बीओटी (बनाओ, संचालन करो और हस्तांतरित करो) नीति के तहत बनाई गई थी। निर्माण का काम हैदराबाद की कंपनी ट्रांस्ट्राय इंडिया ने किया था। साल 2020 तक कंपनी टोल वसूलती रही। मगर, टोल राशि में अनियमितता के विवाद के बाद सरकार ने अनुबंध समाप्त कर दिया।