RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय में उस समय हंगामा मच गया, जब कुछ कथित पत्रकार मोबाइल की रिकॉर्डिंग चालू रखकर दफ्तर के अंदर आ गए। इसके बाद विभागीय अपर संचालक संजीव तिवारी के दफ्तर में घुस आए और अभद्रता करने लगे। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने गाली-गलौज, झूमाझटकी और सरकारी संपत्ति को नुकसान भी पहुंचाया। इसके बाद अपर संचालक संजीव तिवारी ने थाने में इस मामले की एफआईआर दर्ज कराई है।
दअरसल, यह पूरा विवाद 9 अक्टूबर को जनसंपर्क कार्यालय में पेपर बांटने को लेकर हुआ था। कहा जा रहा है कि संजीव तिवारी ने एक युवक को कार्यालय में पेपर बांटने के लिए रोका था, जिससे आक्रोशित होकर कुछ लोग संजीव तिवारी के दफ्तर पहुंचे और अधिकारी पर युवक से अभद्र व्यवहार करने का आरोप लगाए। जिसके बाद विवाद बढ़ गया और मामला धक्का मुक्की तक जा पहुंचा।
छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष बालमुकुंद तंबोली ने छत्तीसगढ़ संवाद कार्यालय, नवा रायपुर में विभागीय अपर संचालक संजीव तिवारी के साथ हुई अभद्रता, झूमा-झटकी, गाली-गलौज, तोड़फोड़ और धमकी की घटना की कटु शब्दों में निंदा की है। उन्होंने कहा कि यह केवल एक जनसंपर्क अधिकारी पर हमला और शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का ही मामला नहीं हैं, बल्कि पूरे जनसंपर्क विभाग की संस्थागत गरिमा पर सीधा आघात है।
छत्तीसगढ़ जनसम्पर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष तंबोली ने इस घटना को योजनाबद्ध और सोची-समझी साजिश करार दिया। उन्होंने कहा कि हमलावरों का एक साथ शासकीय कार्यालय में घुसना, वरिष्ठ अधिकारी के साथ अभद्रता करना, सरकारी संपत्ति को क्षतिग्रस्त करना और खुलेआम धमकियां देना इस बात का प्रमाण है कि कुछ असामाजिक तत्व पत्रकारिता की आड़ में गुंडागर्दी कर रहे हैं।
तंबोली ने कहा कि जनसंपर्क विभाग शासन द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक पहुँचाने का कार्य करता है। छत्तीसगढ़ जनसंपर्क विभाग के अधिकारी पूरी प्रतिबद्धता के साथ न सिर्फ शासन और समाज के लिए कार्य करते हैं बल्कि पत्रकारों के हित में सदैव तत्पर रहते हैं, ऐसी स्थिति में पत्रकारिता के नाम पर कानून को हाथ में लेने वाले असामाजिक तत्वों के विरुद्ध कठोरतम कार्रवाई अत्यंत आवश्यक है।
छत्तीसगढ़ जनसंपर्क अधिकारी संघ ने स्पष्ट किया कि इस प्रकार की घटनाएँ केवल किसी अधिकारी की व्यक्तिगत गरिमा पर ही नहीं, बल्कि पूरे प्रशासनिक तंत्र पर हमला हैं। संघ ने मांग की है कि इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों को तत्काल गिरफ्तार किया जाए। घटना में शामिल व्यक्तियों पर भारतीय न्याय संहिता की कठोर धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाए।
छत्तीसगढ़ जनसम्पर्क अधिकारी संघ के अध्यक्ष तंबोली ने कहा कि प्रदेश के माननीय मुख्यमंत्री विष्णु देव साय जी जनसंपर्क विभाग के भी भारसाधक मंत्री हैं, उनके नेतृत्व में जनसंपर्क विभाग के प्रत्येक अधिकारी कर्मचारी पूरी निष्ठा से कार्य करते हैं, ऐसे में मुख्यमत्री से आग्रह है कि वह इस विषय में दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करने की कृपा करें, साथ ही विभागीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों को सुरक्षा एवं अपना संरक्षण प्रदान करें। संघ ने यह भी निर्णय लिया है कि शीघ्र ही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से प्रतिनिधिमंडल भेंट करेगा। संघ के अध्यक्ष तंबोली ने कहा कि यदि दोषियों पर शीघ्र और ठोस कार्रवाई नहीं की गई, तो जनसंपर्क विभाग का प्रत्येक अधिकारी और कर्मचारी राज्यव्यापी विरोध आंदोलन करने के लिए बाध्य होगा।