KONDAGAON NEWS. जनपद पंचायत कोण्डागांव के ग्राम पंचायत पुसावण्ड के ग्राम सभा में पंचायत सचिव शराब के नशे में पहुंचे थे। यह मामला मीडिया में प्रमुखता से दिखाया गया था। इसके बाद जिला प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शराबी पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है।
जनपद पंचायत कोण्डागांव के ग्राम पंचायत पुसावण्ड में आयोजित ग्राम सभा उस समय विवादों में घिर गई जब सचिव पर नशे की हालत में सभा में शामिल होने का आरोप लगा। ग्रामीणों ने बताया कि सचिव ललित सेठिया ग्रामसभा में शराब के नशे में पहुंचे थे। जब ग्रामीणों ने उनसे विकास कार्यों का विवरण मांगा तो उन्होंने गैर जिम्मेदाराना ढंग से व्यवहार किया।
यहां तक कि सचिव ने सार्वजनिक रूप से यह कह दिया कि मैं पीकर आया हूं तो मेरा क्या होगा। ज्यादा से ज्यादा मुझे हटा दिया जाएगा। इस बयान से ग्रामसभा में उपस्थित ग्रामीण, सरपंच और नोडल अधिकारी भड़क उठे और सभा को निरस्त करने का निर्णय लिया गया।
इस घटना के बाद प्रशासन हरकत में आया। जिला पंचायत कोण्डागांव के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने मामले की जांच कराई। इसमें सचिव के नशे में होने की पुष्टि चिकित्सकीय रिपोर्ट से हुई। इस पर तत्काल प्रभाव से सचिव ललित सेठिया को निलंबित कर दिया गया है। आदेशानुसार उन्हें निलंबन अवधि में मुख्यालय कोण्डागांव में रहने का निर्देश दिया गया है।
वहीं सचिव पद का अतिरिक्त प्रभार ग्राम पंचायत बोलबोला के सचिव नवल नेताम को सौंपा गया है। मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने आदेश में उल्लेख किया है कि ललित सेठिया ने अपने शासकीय दायित्वों में गंभीर लापरवाही और अनुशासनहीनता बरती है। छत्तीसगढ़ पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम 1999 के तहत यह दंडनीय अपराध है।