DURG NEWS. दुर्ग जनपद के सीईओ रूपेश पांडे के खिलाफ दुर्ग जनपद के कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने मोर्चा खोल दिया है। उन पर ऐसा आरोप है कि रूपेश पांडे ने अपने निजी सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी के खिलाफ गलत अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया। CEO ने अपने स्टेट्स पर गांधी की फोटो के साथ एक वीडियो मैसेज डाला है जिसकी हेडिंग ही विवादों में घिर गई है।

जहां एक तरफ राज्य और केंद्र सरकार महात्मा गांधी को अपना आदर्श मानकर उनकी स्मृति को सेवा पखवाड़ा के रूप में मना रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महात्मा गांधी के नाम पर स्वच्छता अभियान चलाया, जिससे देश में काफी परिवर्तन आया। तो वहीं इन सब को दरकिनार करते हुए दुर्ग जिले के एक प्रशासनिक अधिकारी महात्मा गांधी के खिलाफ अशोभनीय टिप्पणी को अपने मोबाइल का स्टेट्स बनाकर विवाद में घिर गए हैं। कहा जा रहा है कि शिकायत के बाद भी उक्त प्रशासनिक अधिकारी पर कोई कार्यवाही नहीं हुई है। कांग्रेस के जनप्रतिनिधि इसका विरोध कर कलेक्टर और SP को कार्यवाही की मांग की है।

यह पहला वाक्या नहीं जब सीईओ का ऐसा कृत्य सामने आया हो। इससे पूर्व भी CEO ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के सदस्य होने के नाते पथ संचलन की तस्वीर भी अपने निजी नंबर के व्हाट्सएप पर स्टेट्स लगाई थी। जनपद सदस्यों के ग्रुप में भी कांग्रेस विरोधी मैसेज डालने के भी मामले का विरोध किया गया था। लगातार ऐसे कृत्य से परेशान कांग्रेस जनप्रतिनिधि मुखर होकर CEO का विरोध कर रहे हैं।

इस पूरे मामले में जब जनपद CEO से उनका पक्ष जानना चाहा गया तो उन्होंने बिना किसी बयान देने की बात कहते हुए मीडिया से भी अपने पद की गरिमा के खिलाफ व्यवहार किया। जनपद सीइओ रूपेश पांडे के इस आचरण से जिला प्रशासन के अधिकारी भी अचंभित है, लेकिन कोई कार्यवाही ना होना सत्ता के करीबी होने की ओर इशारा करता है।

आज जब महात्मा गांधी की जयंती मनाई जा रही है, ऐसे मौके पर प्रदेश के शिक्षा मंत्री से भी सवाल किया गया, तो उन्होंने भी इस घटना को संज्ञान में लेने के बाद उचित कार्यवाही करने की बात कही है। अब देखना होगा कि जनपद सीइओ को महापुरुषों के खिलाफ की गई टिप्पणी को लेकर किस प्रकार की कार्यवाही होती है।
