मोहित जाटवर
MUNGELI NEWS. मुंगेली जिले के लोरमी विकासखंड स्थित शासकीय 50 बिस्तर मातृ एवं शिशु अस्पताल में बड़ी लापरवाही का मामला सामने आया है। प्रसव ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर पर महिला के पेट में कपड़ा छोड़ने का गंभीर आरोप लगा है। इस घटना से पीड़िता को दोबारा ऑपरेशन कराना पड़ा और उसकी हालत बिगड़ गई।
मामला ग्राम पेंड्रीतलाब की रबीता कुर्रे का है। आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. प्रमिला दाऊ ने पेट के अंदर कपड़ा छोड़ दिया, जिसके कारण मरीज की नाड़ी जाम हो गई। इसके चलते पेट में सूजन और संक्रमण फैल गया। तबियत ज्यादा बिगड़ने पर परिजनों ने उन्हें निजी पारख मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल, मुंगेली में भर्ती कराया। यहां जांच में पता चला कि पेट के अंदर कपड़ा फंसा हुआ है। डॉक्टरों ने दोबारा ऑपरेशन कर कपड़े को निकाला।
परिजनों का आरोप है कि ऑपरेशन थिएटर में ही मरीज के पति को बुलाकर दिखाया गया कि अंदर से छोटे-छोटे कॉटन के कपड़े निकले हैं।
इस मामले में भीम रेजीमेंट ने अस्पताल प्रबंधन और जिम्मेदार डॉक्टर के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है। संगठन ने मुंगेली SDM को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि दोषी पाए जाने पर डॉक्टर को बर्खास्त कर FIR दर्ज की जाए।
ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि लोरमी अस्पताल में ऐसी घटनाएं पहले भी कई बार हो चुकी हैं। लगातार लापरवाही के कारण लोगों का सरकारी अस्पतालों से भरोसा उठ रहा है और मरीज निजी अस्पतालों का रुख करने को मजबूर हैं।
भीम रेजीमेंट ने चेतावनी दी है कि यदि 72 घंटे के भीतर कार्रवाई नहीं हुई तो 73वें घंटे से आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।
ज्ञापन सौंपने वालों में प्रेमचंद कुर्रे (अध्यक्ष, जिला मुंगेली), नोबेल नवरंग (युवा नेता), करन आडील, प्रदीप बर्मन, राजा लहरें, दीपचंद, दीपक भाई, अजय डहरिया, संतोष दिवाकर, राहुल लहरें, दुर्गेश जांगड़े सहित कई कार्यकर्ता मौजूद रहे।