BHILAI NEWS. रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी के इंडक्शन प्रोग्राम ‘विद्यारंभ’ में रविवार को द लल्लनटॉप शो के फाउंडर सौरभ द्विवेदी बतौर वक्ता पहुंचे। उन्होंने इंडक्शन प्रोग्राम में मौजूद ३ हजार नव-प्रवेशित विद्यार्थियों के साथ सीधा संवाद किया। द्विवेदी ने विद्यार्थियों से कहा, दुनिया को यह कभी तय मत करने देना की तुम कौन हो। यह तुम्हे तय करना है। जीवन में जो करना मन का करना। और अगर मन का करने मिल जाए तो फिर मन लगाकर करना। इससे तुम्हारे पास कोई एक्सक्यूज नहीं होगा। अरे…साहब हमारे पास जूते बढिय़ा नहीं थे, इसलिए हम दौडऩे नहीं गए। इस तरह की छोटे-छोटे बहाने हम सभी रोज करते हैं। कुछ न करने हम हमेशा वजह खोजते हैं। किसी दूसरे पर थोंपते रहते हैं। सौरभ ने युवाओं को गलतियों से सीखने और गलती करने वाले का कभी मजाक नहीं उड़ाने की भी सीख दी। कहा, किसी की गलतियों पर न हंसो। जो इंसान खुद पर, अपनी नादानियों पर हंस सके वही मजबूत इंसान माना जाता है।
क्या है प्रेम के असल मायने
विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए सौरभ ने युवाओं से कहा, आप जिंदगी की उस नांव पर है, जहां आपको दुनिया का सबसे ताकतवर वरदान मिले। प्रेम से बढ़ा कोई भी वरदान नहीं है जीवन में। सबसे पहला प्रेम अपने शरीर से करो। जैसे हमारी मांए मंदिर का खयाल रखती हैं। उसको संवारों, सजाओ, उसकी मजबूती का खयाल रखो। बाजार को यह मत तय करने दो कि, फलानी कोल्ड्रींक या एनर्जी ड्रिंक को पीने से तुम मजबूत हो जाओगे। सब लफ्फाजी है। अपने इर्द-गिर्द की सब्जियां खाओ, कसरत करो। एक खेल ऐसा चुनो जो तुम्हारे माथे के पसीने को बहाकर तुम्हारी ऐढ़ी तक लेकर जाए। खासकर लड़कियों तुम। सुंदरता के बाजार के तय किए हुए पैमाने एक तरफ, इंस्टाग्राम के सारे फिल्टर्स एक तरफ। जब तुम कशरत करोगी, खेल मैदान में पसीना बहाओगी, तब तुम्हारे अंदर जो बुद्धिमत्ता आएगी। इससे जो खूबसूरती आएगी वह सबसे ज्यादा स्थाई होगी।
दूसरे प्रेमी हैं माता-पिता
सौरभ ने कहा कि, अपने शरीर, अपने पोषण से प्रेम करने के अलावा आपको सबसे ज्यादा प्रेम अपने माता-पिता से करना है। आपको सफल बनाने उन्होंने अपने सपने और आराम कुर्बान किए ताकि आप अच्छे से पढ़ सकें। अपनी जिंदगी में कुछ भी हासिल करना, अपनी जबान के प्रति, जिस शहर गांव या देहात से आ रहे हो उसके प्रति। अपने माता-पिता के प्रति हमेशा गर्व से भरकर रहना। आप छत्तीसगढिय़ा जबान बोलते हैं तो यह गर्व का विषय है। अगर तुम छत्तीसगढ़ में उपजा चावल खाते हो, चाहे तुम रायपुर में खाओ, भिलाई में खाओ या दुनिया के किसी फन्ने खां शहर में खाओ, कभी अपनी पहचान से मत भागना। अगर तुम अपने माता-पिता, अपने शहर का नाम गर्व नहीं लोगे तो दुनिया तुम्हें गर्व से सम्मान नहीं देगी।
विद्यार्थियों को मिले पुरस्कार
रूंगटा यूनिवर्सिटी का यह इंडक्शन प्रोग्राम 8 दिन चला। इसमें करीब 6 हजार विद्यार्थियों की सहभागिता रही। तीन हजार विद्यार्थी नव-प्रवेशित रहे, जिनको उनके सीनियर छात्रों ने पूरा कैंपस घुमाया। हर एक डिपार्टमेंट से वाकिफ कराया। नव-प्रवेशित विद्यार्थियों के लिए विभिन्न तरह की एक्टिविटी भी कराई गई। इसमें विजेता रहे नव-प्रवेशित विद्यार्थियों को रूंगटा यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति संतोष रूंगटा और कुलपति डॉ. जवाहर सूरी शेट्टी के हाथों पुरस्कृत किया गया। नव-प्रवेशित विद्यार्थियों को यूनिवर्सिटी के विभिन्न क्लबों की जानकारी भी दी गई। बताया गया कि, वे टोस्टमास्टर क्लब के जरिए अपनी अंग्र्रेजी को दक्ष कर सकते हैं। रणविजय क्लब उन्हें स्पोट्र्स में माहिर बनाएगा। वहीं रंगमंच के जरिए डांस, ड्रामा और एक्टिंग सीखेंगे। प्रत्येक शनिवार को कक्षाओं के बाद क्लबों की एक्टिविटी कराई जाएंगी।
इंडस्ट्री एक्सपट्र्स भी पहुंचे
कार्यक्रम के आखिरी दिन देश-दुनिया की नामी कंपनियों के एक्सपर्ट भी विद्यार्थियों के बीच पहुंचे। हेड ऑफ गूगल एजुकेशन इंडिया संजय जैन ने विद्यार्थियों को गूगल द्वारा रूंगटा यूनिवर्सिटी के सिलेबस तैयार करने में दिए गए इनपुट के बारे में बताया। वहीं एमएनसी अदिक के फाउंडर एंड सीईओ अरुण कुमार सिंह भी शामिल हुए। उनके साथ सॉफ्टवेयर कंपनी ऑगटेक नेक्स्टवेल्थ के को-फाउंडर सोमेश शर्मा की मौजूदगी रही। सभी एक्सपट्र्स ने विद्यार्थियों को अपनी फील्ड के विषय में बताया। कार्यक्रम मेंं रूंगटा यूनिवर्सिटी प्रो चांसलर डॉ. सौरभ रूंगटा, सीईओ सोनल रूंगटा, प्रो-वीसी डॉ. मनीष मनोरिया और रजिस्ट्रार डॉ. एजाजुद्दीन मौजूद रहे।