RAIPUR NEWS. प्रदेश से सरकार जाने के बाद छत्तीसगढ़ कांग्रेस इन दिनों गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रही है। फंड की कमी का असर कांग्रेस के आंदोलनों पर भी दिखाई दे रहा है। हालांकि कांग्रेस के नेता इस बात को स्वीकार नहीं रहे हैं। उनका कहना है कि जब जनता साथ हो तो फंड मायने नहीं रखता। वहीं भाजपा का कहना है कि सरकार के समय जिन मंत्रियों और नेताओं ने पैसे कमाए थे अब सभी ने हाथ खींच लिए हैं, इसलिए कांग्रेस की ये स्थिति है।
छत्तीसगढ़ में विपक्ष में आने के बाद कांग्रेस धरना ,प्रदर्शन ,आंदोलन और रैलियों में अपेक्षाकृत भीड़ नहीं जुट पा रही है। इसकी प्रमुख वजह फंड और सन साधनों में कमी बताई जा रही है। फंड की कमी के चलते कांग्रेस के कई आंदोलन और प्रदर्शन फीके हो गए हैं । प्रदेश स्तरीय धरना प्रदर्शन आंदोलन में भी 100 से अधिक की भीड़ इकट्ठी नहीं हो पा रही है। कांग्रेस का कोई भी वरिष्ठ नेता बड़े प्रदर्शन में भीड़ जुटाने कोई भी जिम्मेदारी लेने को तैयार नहीं होता है ।
पूर्व मंत्रियों ने भी हाथ खींच लिए है। वहीं हाईकमान से भी अपेक्षाकृत सहयोग नहीं मिल रहा है । पिछले दिनों कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की सभा की तैयारी को लेकर प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट द्वारा ली जा रही मीटिंग में फंड की बात करने पर प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष को फटकार भी लग चुकी है । पीसीसी चीफ दीपक बैज का कहना है कि जनता की हक की लड़ाई के लिए संसाधन की जरूरत नहीं पड़ती । संसाधन की कमी हमारी लड़ाई में किसी भी प्रकार का रोड़ा नहीं बन रही है।
वहीं भारतीय जनता पार्टी के प्रमुख प्रवक्ता संतोष पाण्डेय ने कहा कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकार कांग्रेस हाई कमान के लिए एटीएम बनी हुई थी, उस वक्त पूरे देश में कांग्रेस के धरना प्रदर्शन आंदोलन और आयोजन छत्तीसगढ़ के पैसों से होते थे। सरकार जाने के बाद यह सब खत्म हो गया है । भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय श्रीवास्तव ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकाल में उनके नेता संपन्न हुए संगठन नहीं, वहीं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकाल में पार्टी और संगठन मजबूत होते हैं ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भले इस बात को स्वीकार न करें उनकी पार्टी इन दिनों छत्तीसगढ़ में आर्थिक संकट से जूझ रही है लेकिन उनके धरना, प्रदर्शन,आंदोलन की उपस्थिति इस बात को उजागर कर देती है । अब देखना यह होगा कि कांग्रेस बिना फंड के अपने विपक्ष की भूमिका किस तरह से निभाती है ।