RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण का विवाद पूरे प्रदेश में और गहरा होता जा रहा है। इसी कड़ी में आज राजधानी रायपुर की सड़कों पर मसीही समाज के लोग पैदल मार्च करने निकले। मोती बाग चौक से गांधी मैदान जाकर प्रशासन के नाम ज्ञापन सौंपा। मसीही समाज मांग कर रहा है कि धर्मांतरण के विवाद में महिलाओं और पास्टर पर किए जा रही कानूनी कार्रवाई और मारपीट सही नहीं है। इसमें शामिल लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए।
इसके साथ ही मसीह समाज ने प्रार्थना सभा में हिंदुवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं के आने के मामले को आस्था की स्वतंत्रता बताया है। दूसरी तरफ क्रिश्चियन फोरम के नेता और विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के पदाधिकारी ने एक दूसरे को बिना पुलिस के मुलाकात करने का चैलेंज कर दिया है। बताया जा रहा है कि मसीही समाज के अरुण लाल पन्ना ने बजरंग दल को चैलेंज किया है, जिसे विजेंद्र वर्मा जिला संयोजक विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल ने इस चैलेंज का जवाब दिया है।
दरअसल, छत्तीसगढ़ के शहरों में घरों में प्रार्थना सभाएं लग रही हैं, इस कारण विवाद के हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं। इन्हीं विवादों का विरोध करते हुए मसीही समाज के लोग रायपुर में पैदल मार्च करने निकले। संविधान के नारे लिखित तख्तियां हाथों में थी। हिंसा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग मसीही समाज कर रहा था।
बता दें कि पहली बार राजधानी रायपुर की सड़कों में बड़ी तादाद में मसीही समाज के लोग इस कदर पैदल मार्च करते और अपना आक्रोश जताते नजर आए हैं। बीते कुछ महीनों से प्रदेश के विभिन्न जगहों में धर्मांतरण की शिकायतें आ रही हैं। इसी कड़ी में बीते रविवार को कांकेर में 8 परिवार के लोगों को दौड़ा दौड़कर मारपीट करने के भी आरोप ग्रामीणों पर लगे हैं। जिसके बाद से प्रदेश में धर्मांतरण का मुद्दा गंभीर होते जा रहा है।


































