BHILAI NEWS. तकनीकी शिक्षा को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए रूंगटा इंटरनेशनल स्किल्स यूनिवर्सिटी, भिलाई और देश की अग्रणी ड्रोन टेक्नोलॉजी कंपनी नियोस्काई इंडिया के बीच एक महत्वपूर्ण समझौता (MoU) हुआ है। इस साझेदारी के तहत यूनिवर्सिटी में छत्तीसगढ़ का पहला ड्रोन टेक्नोलॉजी सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा।
इस सेंटर में युवाओं को डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) द्वारा प्रमाणित प्रोफेशनल ड्रोन पायलट बनने का अवसर मिलेगा। इसके साथ ही छात्र ड्रोन टेक्नोलॉजी में रिसर्च, इनोवेशन, फ्लाइट ट्रेनिंग और तकनीकी प्रयोग भी कर सकेंगे।
तकनीकी प्रगति की दिशा में बड़ा कदम
इस एमओयू पर यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. जवाहर सूरीशेट्टी और नियोस्काई इंडिया की ओर से अर्चित कलश ने हस्ताक्षर किए। डॉ. सूरीशेट्टी ने कहा ड्रोन अब सिर्फ शौक की चीज नहीं रह गए हैं, बल्कि वे राष्ट्रीय सुरक्षा, स्मार्ट एग्रीकल्चर और आधुनिक टेक्नोलॉजी का अहम हिस्सा बन चुके हैं। हमारा लक्ष्य है कि छात्र इन अत्याधुनिक तकनीकों में दक्ष बनें और देश की प्रगति में योगदान दें। वहीं, नियोस्काई इंडिया के प्रतिनिधि ने बताया कि सभी प्रशिक्षण डीजीसीए के मानकों के अनुरूप होंगे और प्रशिक्षण पूरा करने के बाद छात्रों को वैध ड्रोन पायलट लाइसेंस प्रदान किया जाएगा।
छात्रों को क्या मिलेगा प्रशिक्षण में?
ड्रोन सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में छात्रों को निम्नलिखित क्षेत्रों में प्रशिक्षण और व्यावहारिक ज्ञान दिया जाएगा:
-ड्रोन उड़ाने की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग
-फ्लाइट सिमुलेशन तकनीक
-ड्रोन की मरम्मत और रख-रखाव
-सुरक्षित उड़ान प्रणाली और डीजीसीए नियमों की जानकारी
-एरियल मैपिंग और रियल टाइम सर्वेक्षण व निगरानी
-स्मार्ट खेती में ड्रोन का उपयोग
-ड्रोन के सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की समझ
ड्रोन पायलटों के लिए खुलेंगे रोजगार के द्वार
ड्रोन टेक्नोलॉजी का उपयोग अब सिर्फ वीडियो शूटिंग तक सीमित नहीं रहा। आज यह तकनीक कई अहम क्षेत्रों में प्रयोग की जा रही है, जैसे:
-रक्षा और सेना निगरानी
-पुलिस और आपदा प्रबंधन
-स्मार्ट एग्रीकल्चर और फसल निरीक्षण
-लॉजिस्टिक्स व तेज डिलीवरी सिस्टम
-इंफ्रास्ट्रक्चर सर्वे और निगरानी
ये सभी क्षेत्र प्रशिक्षित और सर्टिफाइड ड्रोन पायलट्स की तलाश में हैं। रूंगटा यूनिवर्सिटी का यह सेंटर ऑफ एक्सीलेंस छात्रों को इन क्षेत्रों में कॅरियर के नए अवसर प्रदान करेगा।
छात्रों को मिलेगा इंडस्ट्री-रेडी प्रशिक्षण
यह एमओयू रूंगटा यूनिवर्सिटी की उस प्रतिबद्धता को दर्शाता है, जिसमें वह अपने छात्रों को इंडस्ट्री-रेडी स्किल्स देने और नई तकनीकों से जोड़ने का कार्य कर रही है। यह पहल न केवल छात्रों के लिए, बल्कि पूरे राज्य के तकनीकी विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी।