BILASPUR NEWS. आम नागरिकों की सुविधा के लिए जाति-आय व निवास प्रमाण पत्र बनाने वाले च्वाइस सेंटर पर सिर्फ जनता ही नहीं बल्कि प्रशासन भी काफी भरोसा करती है। इसी वजह से च्वाइस सेंटर को मंजूरी भी दी जाती है। लेकिन शहर में ऐसे दो च्वाइस सेंटर चर्चा में बने हुए है। जहां पर फर्जी काम किया जाता था। जाति व आय प्रमाण पत्र को फर्जी बना ही रहे थे। निवास प्रमाण पत्र भी फर्जी बनाकर प्रशासन को धोखा दे रहे थे। इसकी शिकायत के बाद कलेक्टर ने जांच कराया और दोनों ही च्वाइस सेंटर को बंद करा दिया है।
बता दें, च्वाइस सेंटर की आईडी का दुरुपयोग करने वाले व बार-बार गलती करने की शिकायत मिलने पर कलेक्टर संजय अग्रवाल ने दोनों के आईडी को बंद करा दिया है।
जांच में पता चला कि मितान आईडी पर फर्जी आय-जाति और निवास प्रमाण पत्र बनाया जा रहा था। इस कार्रवाई के बाद दोनों संचालक अब किसी भी प्रकार के शासकीय कार्य नहीं कर पाएंगे।
ये हैं पूरा मामला
जानकारी के मुताबिक तखतपुर ब्लॉक के ग्राम अमसेना के च्वाइस सेंटर संचालक अरविंद कुमार पटेल और ग्राम पंचायत मस्तूरी के अरुण कुमार गोयल पर लापरवाही के आरोप लगाए गए थे। इसकी शिकायत कलेक्टर से की गई थी। शिकायत में बताया गया था कि दोनों ही च्वाइस सेंटर में फर्जी कागज बनाए जा रहे हैं।
ऐसे में कलेक्टर ने जांच के निर्देश दिए। जांच कराने पर दोनों च्वाइस सेंटर संचालकों द्वारा लगातार की जा रही गलती सामने आयी और सही भी पाया गया। इसके बाद कलेक्टर को जांच रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। कलेक्टर ने जांच रिपोर्ट देखने के बाद दोनों ही च्वाइस सेंटर की आईडी को बंद कर दिया है।