AUSTRALIA NEWS. सोशल नेटवर्किंग साइट टेलीग्राम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की ऑनलाइन सेफअटी रेगुलेटर ने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई करते हुए 1 मिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर का जुर्माना लगाया है। इससे पहले प्रयागराज महाकुंभ को लेकर टेलीग्राम पर सवाल उठ चुके हैं। जानकारी के अनुसार कंपनी से बाल उत्पीड़न और हिंसक चरमपंथी मैटेरियल को रोकने के लिए उठाए गए कदम के बारे में पूछा गया था। कंपनी ने इससे संबंधित सवाल का जवाब देना था, लेकिन उसने जवाब देने में देरी कर दी थी। समय पर जवाब नहीं देने की वजह से ऑस्ट्रेलिया सरकार ने कार्रवाई की है।
दरअसल, ऑस्ट्रेलिया की सरकार सोशल मीडिया और मैसेजिंग प्लेटफॉर्म को लेकर सख्ती बरत रही है। पिछले साल मई में टेलीग्राम को भी इसी क्रम में नोटिस भेजकर जवाब देने के लिए कहा गया था। इस रिपोर्ट का जवाब अक्तूबर में दिया गया था। इसमें कंपनी की तरफ से कहा गया था कि वह पूरा ब्यौरा दे कि वह आतंकवाद, हिंसक कंटेंट, बाल शोषण संबंधित कंटेंट रोकने के लिए क्या फैसला लिए जा रहे हैं।
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इस पर कंपनी की तरफ से इसको लेकर जवाब नहीं दिया गया था। इसी वजह से कंपनी पर कार्रवाई की गई थी। टेलीग्राम के साथ Reddit को भी नोटिस जारी किया गया था। इस पर कहा गया कि समय पर जवाब देना किसी की आजादी नहीं हो सकती है, और यह कदम सभी कंपनियों के लिए ऑस्ट्रेलियाई कानून का पालन करने के महत्व को दर्शाता है। अगर कोई सवाल पूछा गया है तो कंपनियों को समय पर जवाब देना होगा।’ जबकि टेलीग्राम ने सफाई देते हुए कहा कि उसने सभी जवाबों का उत्तर दिया था।
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टेलीग्राम ऐप की बात करें तो कंपनी की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है। इसके अलावा भी कई देशों में टेलीग्राम ऐप टारगेट पर हैं। इससे पहले, टेलीग्राम के फाउंडर Pavel Durov (पावेल दुरोव) को फ्रांस में हिरासत में लिया गया था। ऐप पर गैर कानूनी एक्टिविटीज के आरोप लगे थे।
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वहीं, Durov से इसको लेकर जवाब मांगे गए थे। Durov को हालांकि जमानत मिल गई थी, लकिन टेलीग्राम शुरुआत से ही सवालों के घेरे में रहा है। बता दें कि प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ से महिलाओं स्नानार्थियों के अमर्यादित वीडियो और फोटोज़ सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे थे। यूपी पुलिस ने इस पर केस दर्ज किया था।
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इस शिकायत में कहा गया था कि टेलीग्राम की मदद से इस वीडियोज़ और फोटोज़ को शेयर किया जा रहा था। पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने जानकारी देते हुए कहा था कि केस दर्ज कर लिया गया है और पुलिस ऐसे यूजर्स की पहचान कर रही है जो आपत्तिजनक कंटेंट शेयर कर रहे हैं।