BHILAI NEWS. दुर्ग जिले के पाटन ब्लॉक में आज गोड़पेंड्री गांव में जमकर बवाल मचा। एक तरफ जहां लोगों ने खदान में हो रही ब्लॉस्टिंग और उड़ने वाली धूल के विरोध में चक्का जाम कर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं दूसरी तरफ खदान में एक महिला का शव मिलने के बाद यहां हड़कंप मच गया।
ये भी पढ़ेंःSECL अधिकारी-कर्मचारियों ने किया अंशदान एकत्रित, शहीद सैनिकों के आश्रितों की करेंगे मदद
दरअसल, यहां खदान में 58 वर्षीय उर्मिला हिरवानी का शव संदिग्ध अवस्था में मिला है। यह पत्थर खदान भिलाई की पार्षद और एमआईसी मेंबर रीता सिंह गेरा की बताई जा रही है, जिसे बीपी सिंह ने किराए पर लिया है। ग्राम गोंड़पेंड्री के खदान में संदिग्ध अवस्था में लाश मिलने के बाद ग्रामीणों ने खदान संचालकों पर हत्या के आरोप लगाए हैं। इधर शव मिलने की खबर लगते ही उतई पुलिस की टीम यहां पहुंची और शव का पंचनामा कर मामले की जांच में जुट गई है।
दरअसल ग्राम अचानकपुर निवासी उर्मिला हिरवानी रोज की तरह सुबह गोबर छेना इकठ्ठा करने निकली थी, लेकिन समय पर घर नहीं पहुंची। जिसके बाद घर वालों ने छानबीन शुरू की तब पता चला की एक महिला का शव बीपी सिंह खदान में मिला है। जिसके बाद खदान संचालन ने खदान में काम बंद करवा दिया।
वहीं परिजनों का आरोप है कि मृतिका उर्मिला हिरवानी की हत्या की गई है। महिला कें पैर पर गम्भीर चोट के निशान हैं। वहीं खदान संचालक बीपी सिंह ने भी खदान में शव मिलने की जानकारी कर्मचारियों से मिलने की बात कहते हुए जांच की मांग की।
इधर आज सुबह ही ग्राम गोंड़पेड्री के ग्रामीणों ने पाटन मार्ग पर खदान में चलने वाले गाड़ियों से होने वाले प्रदूषण और हैवी ब्लास्टिंग, सड़क का निर्माण न करने के विरोध को लेकर चक्काजाम किया था। खदान संचालक अक्षय जैन और अर्पित के खिलाफ़ एसडीएम और तहसीलदार से शिकायत दी थी। लेकिन इसी दौरान शव मिलने के बाद मामला दूसरी ओर चला गया तो ग्रामीणों ने महिला के मामले को प्राथमिकता देते हुए चक्का जाम खोल दिया।