BHILAI NEWS. कभी अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल सहित बीएसआर स्कैन के डायरेक्टर रहे डॉ. एमके खंडूजा को धोखाधड़ी के जिस मामले में गिरफ्तार किया गया है, उसकी शिकायत सोनल रूंगटा द्वारा की गई थी। मामला अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल के सौदे का था। आरोप है कि डॉ. खंडूजा ने 96 करोड़ में सौदा किया और सवा 19 करोड़ लेने के बाद भी विपिन कुमार अग्रवाल को बेच दिया। डॉ. खंडूजा की गिरफ्तारी भी बड़े ही नाटकीय तरीके से हुई। तीन दिन ताड़ने के बाद पुलिस उनकी लैब में मरीज बनकर पहुंची थी।
बता दें कि प्रदेश के जाने-माने शिशुरोग विशेषज्ञ डॉ. एमके खंडूजा एक समय तक भिलाई में अपोलो बीएसआर हॉस्पिटल चलाते थे। चर्चा है कि इस अस्पताल में शहर के कई सीनियर डॉक्टर, भिलाई स्टील प्लांट के कुछ अफसरों ने अपनी गाढ़ी कमाई लगाई थी। इन्वेस्ट करने वालों को लुभावने ख्वाब दिखाए गए, लेकिन अस्पताल चला नहीं। तमाम लोगों का मानना है कि एक समय बाद प्रबंधन की नीयत ही अस्पताल चलाने की नहीं थी।
नतीजतन अस्पताल को बेचने की नौबत आ गई। इसके लिए रूंगटा ग्रुप से डील तय हुई। संतोष रूंगटा ग्रुप छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में काफी बड़ा नाम है और ग्रुप मेडिकल कॉलेज का प्लान कर रहा था। पुलिस में की गई शिकायत के अनुसार संतोष रूंगटा के पुत्र सोनल रूंगटा और डॉ. एमके खंडूजा के बीच अस्पताल का सौदा 96 करोड़ रुपये में तय हुआ। इसके बाद सोनल रूंगटा द्वारा 19 करोड़ 14 लाख रुपये एडवांस भी दे दिया गया। अस्पताल 50000 वर्गफीट में बना है और कुल रकबा 3.50 एकड़ है।
एडवांस लेने के बाद डॉ. एमके खंडूजा ने अस्पताल सोनल रूंगटा को नहीं बेचा, बल्कि विपिन कुमार अग्रवाल को बेच दिया। विपिन कुमार अग्रवाल उद्यमी हैं और आज अपोलो बीएसआर अस्पताल की बिल्डिंग में हाईटेक के नाम से अस्पताल का संचालन कर रहे हैं। इस धोखाधड़ी की शिकायत पुलिस में की गई। करीब एक साल पहले डॉ. खंडूजा परिवार सहित भिलाई से गायब हो गए। पुलिस उन्हें तलाश करते हुए कोलकाता पहुंची।
पुलिस ने पश्चिम बंगाल पुलिस की मदद से तीन दिन तक डॉ. खंडूजा को ताड़ा। डॉ. खंडूजा कोलकाता में लैब का संचालन कर रहे थे। दुर्ग एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने डॉ. खंडूजा की गिरफ्तारी के लिए स्पेशल टीम गठित की। सीएसपी हरीश पाटिल के नेतृत्व में पुलिस कोलकाता स्थित उनकी लैब में मरीज बनकर पहुंची और शनिवार की रात उन्हें दबोच लिया।
बीएसआर स्कैन सेंटर के भी थे डायरेक्टर
डॉ. खंडूजा अपोलो बीएसआर हाॅस्पिटल के अलावा बीएसआर स्कैन सेंटर के भी डायरेक्टर थे। स्कैन सेंटर की भिलाई, दुर्ग और नागपुर में शाखाएं हैं।
चेक बाउंस और धोखाधड़ी के और भी केस दर्ज
डॉ. एमके खंडूजा पर धोखाधड़ी का एक ही केस दर्ज नहीं हैं। दुर्ग जिले के अन्य थानों में भी उनके खिलाफ चेक बाउंस और धोखाधड़ी के केस दर्ज हैं। उनके परिवार के सदस्यों से भी पुलिस पूछताछ कर रही है।