RAIPUR. कलेक्टर्स-एसपी कांफ्रेंस के बाद सीएम विष्णुदेव साय सख्त तेवर में दिख रहे हैं। इस बीच, आज यानी 14 सितंबर को देर शाम बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। राज्य शासन ने चार अफसरों के प्रभार में बदलाव किया। विजय दयाराम को राज्य कौशल विकास अभिकरण का सीईओ बनाया गया है। अब तक राजेश सिंह राणा यह जिम्मेदारी निभा रहे थे।
सामान्य प्रशासन विभाग से जारी आदेश के अनुसार राणा पहले की तरह सीईओ क्रेडा बने रहेंगे। उन्हें केवल अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है। सुकमा के कलेक्टर हरीश एस. को अब बस्तर जिले का कलेक्टर बनाया गया है। भिलाई नगर निगम के कमिश्नर देवेश कुमार ध्रुव सुकमा का कलेक्टर बनाया गया है। बता दें कि कलेक्टर्स कांफ्रेंस में प्रशासन की कामकाज की समीक्षा करते हुए सीएम साय ने मनरेगा समेत कई योजनाओं में पिछड़ने के मामले में बस्तर को लेकर नाराजगी जाहिर की थी।
इसके साथ ही सीएम साय ने कड़े शब्दों में कहा था कि सरकार किसी भी तरह की लापरवाही या कमजोर प्रशासन को बर्दाश्त नहीं करेगी। सीएम साय और उनकी सरकार बस्तर जिले को लेकर इसलिए संवेदनशील है, क्योंकि यहां की प्रशासनिक कार्यशैली का असर बस्तर के बाकी जिलों में भी जाता है।
कबूतर कांड वाले मुंगेली एसपी को भी हटाया गया
इससे पहले, मुंगेली SP को हटा दिया गया है। गृह विभाग ने IPS गिरिजा शंकर जायसवाल (बैच-2010) को पुलिस मुख्यालय भेजा है। उनकी जगह पर 15वीं वाहिनी छत्तीसगढ़ सशस्त्र बल में तैनात भोजराम पटेल को मुंगेली पुलिस अधीक्षक की जिम्मेदारी दी गई है। भोजराम पटेल 2013 के आईपीएस अफसर हैं। एसएसपी गिरिजाशंकर जायसवाल कबूतर कांड के चलते भी सुर्खियों में आए थे। 15 अगस्त को परेड कार्यक्रम में कबूतर नहीं उड़ पाया था। जिसके बाद जिम्मेदारों पर कार्रवाई के लिए एसएसपी ने कलेक्टर को पत्र लिखा था। जिसमें समन्वय की कमी दिखी थी।