MUMBAI. भारतीय शेयर बाजार एक बार फिर धड़ाम से गिर गई है। आज यानी 5 अगस्त को सेंसेक्स में करीब 2,200 अंकों की गिरावट है। ये 78,700 के करीब आ गया है। वहीं, निफ्टी में भी करीब 650 अंक की गिरावट है, ये 24,000 के स्तर से नीचे आ गया है। विश्लेषकों के अनुसार अमेरिका में मंदी और ईरान-इजराइल युद्ध की भी आशंका के चलते शेयर बाजार गिर रहा है।
जानकारी के अनुसार कारोबार में निफ्टी रियल्टी, बैंक, मेटल और ऑटो इंडेक्स में 4% से ज्यादा की गिरावट है। वहीं IT, मीडिया और ऑयल इंडेक्स भी करीब 3% नीचे हैं। सेंसेक्स के टॉप लूजर्स में टाटा मोटर्स, अडाणी पोर्ट, टाटा स्टील, इंफोसिस और JSW स्टील हैं, जो करीब 5% नीचे हैं। BSE का मिडकैप इंडेक्स करीब 1900 अंक (3.99%) की गिरावट के साथ 45,770 के स्तर पर आ गया है। वहीं स्मॉलकैप इंडेक्स 2,470 अंक से ज्यादा टूटा है। ये करीब 4.50% गिरकर 52,150 के स्तर पर आ गया है।
शेयर बाजार के विश्लेषकों का दावा है कि ईरान और इजराइल के बीच युद्ध की आशंका के कारण ग्लोबल मार्केट में निगेटिव सेंटिमेंट है। इसी का असर भारतीय शेयर बाजार में भी देखने को मिल रहा है। अमेरिका में मंदी की आशंका बढ़ गई है, जिसके कारण पिछले कारोबारी दिन अमेरिकी बाजार में गिरावट रही। इसका असर दुनियाभर के बाजारों में दिख रहा है।
इस बीच, वॉरेन बफे की कंपनी बर्कशायर हैथवे ने एपल में अपनी 50% हिस्सेदारी बेच दी है। वे अब कैश बढ़ाने पर फोकस कर रहे हैं। अन्य बड़े निवेशक भी सेलिंग कर रहे हैं। भारतीय शेयर बाजार के मौजूदा वैल्यूएशन बढ़े हुए हैं। खासकर मिड और स्मॉल-कैप सेगमेंट में। बाजार में इस कारण अच्छा-खासा करेक्शन दिख सकता है। शेयर बाजार में तेज बिकवाली से निवेशकों को करीब 17 लाख करोड़ रुपए का घाटा हुआ है। इस दौरान BSE पर लिस्टेड कंपनियों का ओवरऑल मार्केट कैप 440 लाख करोड़ रुपए हो गया। शुक्रवार को यह लगभग ₹457 लाख करोड़ था।