NARYANPUR. छत्तीसगढ़ से नक्सलवाद को खत्म करने के लिए सरकार जुट गई है। इसी के साथ महाराष्ट्र की सीमा से लगे अबूझमाड़ इलाके में पुलिस ने ऑपरेशन मानसून प्रहार शुरू किया गया है। दरअसल, नारायणपुर जिले में डीआरजी, एसटीएफ, बीएसएफ और आईटीबीपी की टीम के 1200 से जवान नक्सलियों की सर्चिंग पर निकले थे। अबूझमाड़ में महाराष्ट्र सीमा पर स्थित नक्सलियों के कोर इलाके में पुलिस ने अभियान चलाया।
इस दौरान जंगलों में एंबुश लगाए नक्सलियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग की, जिसका जवाब सुरक्षा बलों ने मुस्तैदी से दिया। जवाबी कार्रवाई के बाद सुरक्षा बलों को भारी पड़ता देख नक्सली पीछे हट गए। इस दौरान जवानों ने 5 नक्सलियों को मार गिराया। बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने एक वर्दीधारी नक्सली के मारे जाने की पुष्टि की है। मानसून शुरू होने के साथ ही मंगलवार को पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई पहली मुठभेड़ में नक्सलियों को बड़ा नुकसान पहुंचा है।
इस बीच, एक बड़ी जानकारी मिली है कि नवगठित स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA) को पहला केस मिल गया है। एजेंसी नारायणपुर IED ब्लास्ट केस की जांच करेगी। जिले में 14 जून को हुए इस ब्लास्ट में ITBP के 2 जवान घायल हुए थे। विभागीय सूत्रों के अनुसार, SIA की टीम जल्द नारायणपुर के कुतुल-मोहंदी का दौरा करके घटनास्थल की जांच करेंगी। साथ ही हादसे में घायल और हादसे के दिन मौके पर मौजूद जवानों से पूछताछ की जाएगी।
अबूझमाड़ मुठभेड़ के बारे IG सुंदरराज पी ने बताया कि ऑपरेशन मानसून प्रहार के लिए निकली फोर्स पूरी तरह सुरक्षित है और किसी भी जवान को कोई खरोंच तक नहीं आई है। अन्य सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस ऑपरेशन में नक्सलियों को बड़ा नुकसान होने की बात कही जा रही है, वहीं अब तक 5 नक्सलियों के ढेर होने की खबर मिली हैं। मारे गए नक्सली किस कैडर के हैं, इसकी अब तक कोई पुष्टि नहीं हो सकी है।