BALUDABAZAR. बलौदाबाजार जिले के टुंड्रा नगर पंचायत में विद्युत कर्मचारी की ट्रांसफार्मर रिपेयर के दौरान करेंट की चपेट में आ जाने से मौके पर ही मौत हो गयी। आखिर लापरवाही किसकी जिसके चलते बिजली विभाग में ठेके पर काम कर रहे संतोष केवट को अपनी जान गंवानी पड़ी। जिसके बाद से यह सवाल उठ रहे हैं कि जब ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग का काम चल रहा था तो लाइट कैसे आ गई आखिर गलती किसकी है।
बलौदाबाजार जिले के टुंड्रा नगर पंचायत में ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग के दौरान विद्युत कर्मचारी संतोष केवट की मौत हो गई। इसके बाद कसडोल स्वास्थ्य केंद्र में ग्रामीण और परिजनों ने शव को रखकर मुआवजे की मांग को लेकर हंगामा किया।
शासन ने आर्थिक सहायता के तौर पर 1 लाख रुपए तो दे दिए लेकिन इस घटना से संतोष के घर में एक बुजुर्ग पिता और पत्नी और बच्चे का सहारा छीन लिया।
दरअसल शुक्रवार की रात संतोष रिपेयरिंग करने के लिए ट्रांसफार्मर में परमिट लेकर चढ़े हुए थे, इसी दौरान परमिट वापसी हुआ तब बिजली के चपेट में आने से बिजली कर्मचारी संतोष केवट निवासी टुण्ड्रा की मौत हो गई।
इसके बाद मौके पर उपस्थित कर्मचारियों के द्वारा मृतक संतोष को लेकर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बरपाली लाए, उसके बाद कनिष्ठ अभियंता सागर ताम्रकार के आदेश के बाद chc कसडोल रिफर किया गया। जहां डॉ. ने मृत घोषित कर दिया गया।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर पंचायत टुण्ड्रा के अध्यक्ष पार्षद एवं सैकड़ों की संख्या में ग्रामीण सीएससी कसडोल में पहुंचकर 10 लाख की मुआवजा की मांग को लेकर chc कसडोल में प्रदर्शन कर रहे थे। जब तक मुआवजा की रकम नहीं तब तक पोस्टमार्टम नहीं कराने की बात कहने लगे।
इसके बाद मौके पर मौजूद तहसीलदार और बिजली विभाग के अधिकारी ने मामले को शांत कराया और आर्थिक सहायता के तौर पर 1 लाख की राशि दी और बाकी की राशि सोमवार को मुआवजे के तौर पर 4 लाख रुपए देने की बात कही। सबसे बड़ा सवाल यह है कि जब ट्रांसफॉर्मर रिपेयरिंग का काम चल रहा था तो लाइट कैसे आ गई आखिर गलती किसकी है ?