RAIPUR. नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप एग्जाम (NMMSE) के रिजल्ट जारी कर दिए गए हैं। इस परीक्षा में प्रदेश भर में सिर्फ 2000 छात्र क्वालिफाई हुए हैं। इनमें रायपुर के 121 छात्र हैं। सबसे ज्यादा गवर्नमेंट मिडिल स्कूल डब्ल्यूआरएस के बच्चों को इस परीक्षा में सफलता मिली है।
इस एग्जाम में इस बार छत्तीसगढ़ में दुर्ग और कांकेर के बच्चे सबसे आगे रहे। दुर्ग से 625 और कांकेर से 526 विद्यार्थियों ने यह परीक्षा पास की है। तीसरे स्थान पर राजनांदगांव खैरागढ़ के 304 को सफलता मिली है।
वहीं रायपुर का चौथा स्थान है। रायपुर से 1014 छात्रों ने परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन कराया था। इनमें से 955 उपस्थित हुए। 144 ने परीक्षा पास की। इसके साथ ही 121 का चयन हुआ। सरगुजा और बलरामपुर जिले से भी इस बार परीक्षा में विद्यार्थी शामिल हुए थे, लेकिन इनमें से एक भी बच्चा क्वालिफाई नहीं हो सका है। वहीं बस्तर, दंतेवाड़ा और बीजापुर से एक-एक विद्यार्थी ने यह परीक्षा पास की है।
स्टेट काउंसिल एजुकेशन एंड रिसर्च ट्रेनिंग सेंटर की ओर से 10 दिसंबर को यह परीक्षा आयोजित की गई थी। इस परीक्षा में छत्तीसगढ़ के अलग-अलग स्कूलों से कक्षा 8वीं के 20 हजार से ज्यादा छात्र शामिल हुए थे।
इनमें से सिर्फ 2 हजार छात्रों ने यह परीक्षा पास की है। इन सभी विद्यार्थियों को केंद्र सरकार 9वीं से 12वीं तक की पढ़ाई के लिए अगले चार साल तक हर महीने एक-एक हजार रुपए बतौर स्कॉलरशिप देगी।
2008 में शुरू हुई योजना
मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अंतर्गत स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग की ओर से साल 2008 में नेशनल मीन्स कम मेरिट स्कॉलरशिप की केंद्र स्तर पर शुरूआत की गई है। यह स्काॅलरशिप आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के मेधावी छात्रों को वित्तीय मदद प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई है। केंद्र सरकार हर साल एक लाख बच्चों को स्कॉलरशिप प्रदान करने का लक्ष्य रखा है।