BILASPUR.छत्तीसगढ़ में चुनावी माहौल है। जहां एक ओर राजनीतिक पार्टियां अपने प्रचार-प्रसार में लगी हुई है। वहीं एक ओर शासकीय शिक्षक को राजनीतिक प्रचार करना महंगा पड़ गया। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने शिविर के माध्यम से कांग्रेस पार्टी का प्रचार किया। सोशल मीडिया में डाले गए पोस्ट व कार्यक्रमों के माध्यम से निर्वाचन आयोग ने जानकारी प्राप्त कर कार्रवाई की है।
बता दें, राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होने पर शिक्षक क्रांति साहू को सस्पेंड कर दिया गया है। मोपका निवासी क्रांति साहूं एलबी शिक्षक के पद पर कार्यरत है। उनकी पोस्टिंग बिल्हा ब्लाक में शहरी संकुल स्त्रों समन्वयक के तौर पर की गई है। विभन्नि माध्यमों से उनके खिलाफ शिक्षा विभाग और निर्वाचन कार्यालय में शिकायत की गई। जिसमें राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय होना बताया गया।
जिसे आचार संहिता का उल्लंघन माना जाता है। इसलिए उन पर कार्रवाई की गई। वहीं उनकी पत्नी अनिता साहू भी फरहदा हाईस्कूल में व्याख्याता के पद पर कार्यरत है। वह अपने पति के साथ राजनीतिक कार्यक्रमों शामिल होकर कांग्रेस पक्ष का प्रचार कर रही है। दोनों के खिलाफ शिकायत मिलने पर जिला निर्वाचन अधिकारी अवनीश शरण ने जांच के निर्देश दिए। जिसमें पति को निलंबित कर दिया गया और उनकी पत्नी के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है।
सिविल सेवा आचरण का किया उल्लंघन
शिक्षक क्रांति साहू ने संकल्प क्रांति के नाम से सोशल मीडिया में आईडी बनाया। जिसमें स्वास्थ्य शिविर के नाम पर व कई राजनीतिक प्रचार कर रहे थे। इसे सिविल सेवा आचारण नियम 1965 के प्रावधानों का उल्लंघन माना जा रहा है। जिसके तहत कार्रवाई की गई।