RAIPUR. राजधानी में चोरी का अजीब मामला सामने आया है। राजधानी के मोवा स्थित सराफा दुकान से वहीं के स्टाफ ने 6 लाख के गहने चुरा लिए। चोरी के गहने उसने अपने मालिक के घर के एक हिस्से में बने सर्वेंट क्वार्टर में छिपाए। चोरी का खुलासा होने के बाद गहने वहीं से जब्त किए गए। पुलिस के अनुसार स्टाफ ने कारोबारी से अपने पिता के इलाज के लिए पैसा मांगा। कारोबारी ने इनकार कर दिया। तब उसने चोरी की प्लानिंग की। 24 अक्टूबर की रात आरोपी कारोबारी के घर से मोपेड लेकर निकला। उसने दुकान से 500 मीटर दूर मोपेड को खड़ी किया। वहां से लंगड़ाते हुए दुकान आया। उसके पास दुकान की चाबी थी। उसने ताला खोलकर शटर उठाया। सामने रेक पर रखे सोने के जेवर को निकाला फिर शटर को खुला छोड़कर वापस कारोबारी के घर आया। जेवर सर्वेंट क्वार्टर में छिपाकर सो गया। दूसरे दिन सुबह दुकान पहुंच गया। वहां अनजान बनने की नौटंकी करता रहा। पुलिस ने तकनीकी जांच के बाद उसे पकड़ लिया। उसके पास से जेवर बरामद कर लिया गया।
पुलिस के मुताबिक मोवा में कारोबारी सिद्धार्थ बेगानी की सराफा दुकान है। वहां मूलत: खरोरा निवासी सूरज मानिकपुरी (24) सराफा दुकान में काम करता है। वह कारोबारी सिद्धार्थ के घर पर ही सर्वेंट क्वार्टर में अपने माता-पिता के साथ रहता है। 24 अक्टूबर को विजयादशमी पर दुकान दोपहर में बंद की गई। सूरज ने उसी रात सेंधमारी की। वह चेहरे पर नकाब बांधकर वह लंगड़ाने की एक्टिंग करते हुए दुकान के पास आया। ताकि सीसीटीवी कैमरे में उसकी पहचान न हो सके। उसने दुकान के सामने लगी स्ट्रीट लाइट तोड़ने का प्रयास किया। तीन बार लाइट पर पत्थर फेंका। लेकिन लाइट नहीं फूटी। उसके बाद उसे चाबी से ताला खोलकर शटर उठाया। वहां से 6 लाख के जेवर चुराकर भाग निकला। सुबह दुकान आया तब तक चोरी से हल्ला मच गया था। वह अनजान बने हुए दुकान में ही रहा। पुलिस ने स्टाफ से पूछताछ भी की। सूरज से भी पूछा गया कि वह घटना वाली रात कहां था। पुलिस को जांच के दौरान लगे कैमरे को फुटेज मिल गया। सूरज लंगड़ाते हुए आते-जाते हुए दिखाई। पुलिस कैमरा की जांच करते हुए आगे बढ़ी। कुछ दूर जाकर सूरज दौड़ते हुए दिखाई दिया। फिर वह मोपेड में बैठकर चला गया। पुलिस को मोपेड का नंबर मिल गया। उसी आधार पर आरोपी को पकड़ा गया।