INDORE. देवों के देव महादेव का प्रिय माह सावन शुरु हो चुका है और आज यानी 10 जुलाई को सावन का पहला सोमवार है। भगवान शिव को भोलेनाथ भी कहा जाता है। वह इसलिए क्योंकि देवाधिदेव महादेव इतने भोले हैं कि सिर्फ एक लोटा जल से ही प्रसन्न हो जाते हैं। बेलपत्र और धतूरा ही उनको भाता है। औघड़ी तो इतने हैं कि प्रसन्न हो जाएं, तो मार्कंडेय ऋषि को चिंरजीवी कर देते हैं, जिनकी उम्र ब्रह्मा जी ने महज पांच वर्ष ही तय की थी।
इंदौर के ज्योतिषाचार्य पंडित गिरीश व्यास बताते हैं कि भोलेनाथ की पूजा उनके भक्त कई तरह से करते हैं। मगर, सावन में रुद्राभिषेक का बहुत ज्यादा महत्व होता है। रुद्राभिषेक भी कई तरह से और कई प्रकार की चीजों से किया जाता है। व्यक्ति को अपनी राशि के अनुसार बताई गई चीजों से रुद्राभिषेक करने से अधिक लाभ होता है। भोलेनाथ की कृपा से उसे दीर्घ आयु, स्वास्थ्य, पद, प्रतिष्ठा, आर्थिक लाभ, यश की प्राप्ति होती है।
ऐसे करें रुद्राभिषेक
रुद्राभिषेक प्रारंभ करने से पहले प्रथम पूज्य भगवान गणेश जी का ध्यान एवं पूजन करें। इसके बाद पार्थिव शिवलिंग का निर्माण कर उसे उत्तर दिशा में स्थापित करें। यदि मंदिर में पहले से स्थापित शिवलिंग का रुद्राभिषेक कर रहे हैं, तो उत्तर या पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं।
सबसे पहले भोलेनाथ का गंगा जल से अभिषेक करें। इसके बाद उपलब्ध चीजों जैसे दूध, दही, शहद, घी, शर्करा, आदि से उनका अभिषेक करें। सभी चीजों से अभिषेक करते समय शिव मंत्र का जाप करते रहें। सभी चीजों से भगवान शिव का अभिषेक करने के बाद अंत में एक बार फिर गंगाजल से अभिषेक करें।
इसके बाद चंदन, भस्म आदि से तिलक लगाएं। पुष्प, बेलपत्र, वस्त्र, रुद्राक्ष आदि से श्रृंगार करें। इसके बाद भगवान शिव को भोग लगाएं और उनकी आरती उतारें। इसके बाद आरती ग्रहण करें और उसके बाद सभी को आरती करने के लिए आगे बढ़ाएं। फिर प्रसाद लेकर सभी लोगों में प्रसाद का वितरण करें।
राशि के अनुसार करें रुद्राभिषेक
भगवान शिव से मनचाहा वरदान पाने के लिए सावन के सोमवार को रुद्राष्टध्यायी के पाठ को करवाते हुए विस्तार से शिवलिंग का रुद्राभिषेक करवाना चाहिए। अब जानिए किस राशि के जातक को किस चीज से करना चाहिए रुद्राभिषेक…
मेष : शहद, गुड़ अथवा गन्ने के रस
वृष : कच्चा दूध अथवा दही
मिथुन : हरे फलों के रस
कर्क : कच्चा दूध अथवा मक्खन
सिंह : शहद, गुड़ अथवा शुद्ध घी
कन्या : हरे फलों के रस
तुला : दूध, दही अथवा घी
वृश्चिक : शहद, गुड़ अथवा घी
धनु : शुद्ध घी, शहद, अथवा पीले फल का रस
मकर: सरसों अथवा तिल के तेल से
कुंभ : सरसों अथवा तिल के तेल से
मीन : गन्ने का रस अथवा अथवा पीले फल का रस