BHILAI. Delivery courier सर्विस के लिए एक हजार रुपए देकर Google में अपना रजिस्ट्रेशन करते थे। जामताड़ा (झारखंड) के ग्राम पिंडारी से दो आरोपियों को दुर्ग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल मोबाइल सहित 15 विभिन्न कंपनियों के मोबाइल को पुलिस ने जब्त कर लिया है। दुर्ग पुलिस के एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट दुर्ग और पद्मनाभपुर थाना पुलिस की की संयुक्त कार्रवाई है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते 20 मार्च को हनोदा रोड शीतला तालाब के पास वार्ड-52 निवासी प्रार्थी हरिश कुमार टंडन (41) पिता दुर्ग राम टंडन थाना पद्मनाभपुर में लिखित शिकायत दिया कि 19 मार्च को Amazon delivery courier की समस्या आने से गूगल सर्च इंजन पर amazon delivery courier सर्च किया। इस पर कुरियर कंपनी की समस्या का निराकरण किए जाने के लिए एक मोबाइल नंबर मिला। इस पर मेरे द्वारा कॉल किए जाने पर सामने वाले व्यक्ति ने अपने आप को कंपनी का प्रतिनिधि बताते हुए एक लिंक भेजा। भेंजे गे गए लिंक में फॉर्म भरने बोलते हुए मुझसे बैंक संबंधी आवश्यक जानकारी लेकर मेरे मोबाइल पर OTP भेजा। इसमें पांच रुपए की राशि भुगतान करने की चर्चा की करते हुए मेरे मोबाइल पर एक एप एनीडेस्क इस्टॉल करने को कहा और OTP शेयर करने को कहा। मेरे मोबाइल पर एनीडेस्क इस्टॉल करने के बाद आवेदक हरिश टंडन के बैंक खाता से विभिन्न किस्तों में कुल चार लाख 22 हजार नौ सौ 99 रुपए की राशि निकाल कर स्टेट किया। प्रार्थी की शिकायत पर थाना पद्मनाभपुर में भादवि की धारा 420 के तहत मामला पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।
इस धोखाधड़ी की घटना को गंभीरता से लेते हुए दुर्ग एसपी डॉ.अभिषेक पल्लव द्वारा अज्ञात आरोपी की जल्द पतासाजी कर गिरफ्तारी करने के निर्देश दिए गए। दुर्ग शहर ASP संजय ध्रुव, दुर्ग CSP वैभव बैंकर, सायबर DSP प्रभात कुमार, DSP अपराध राजीव शर्मा के मार्गदर्शन, एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक संतोष मिश्रा और पद्मनाभपुर TI राजीव तिवारी के नेतृत्व में ACCU, CSP दुर्ग स्क्वॉड और थाना पद्मनाभपुर की एक टीम बनाकर जांच में लगाया गया। विवेचना के दौरान टीम द्वारा प्रार्थी से संपर्क स्थापित करते हुए घटना के संबंध में सभी जरूरी जानकारी एकत्र करते हुए आरोपी के मोबाइल नंबर और घटना के दौरान पैसों के ट्रांजेक्शन के लिए उपयोग में लाए गए बैंक खातों का सूक्ष्मता से अवलोकन कर जानकारी एकत्र की गई। इसमें आरोपी की उपस्थित कर्माटार जिला जामताड़ा (झारखंड) में मिला।

इस पर टीम को जामताड़ा के लिए रवाना किया गया। टीम द्वारा जामताड़ा पहुंचकर आरोपी के संबंध में जानकारी ली गई। इसपर टीम को स्थानीय निवासी अर्जुन मंडल द्वारा उक्त घटना का अंजाम देना पता चला। टीम द्वारा स्थानीय पुलिस की सहायता से अर्जुन मंडल व एक सहयोगी नकुल कुमार मंडल को घेराबंदी कर दबोचा गया। इस कार्रवाई में थाना दुर्ग से उनि देवादास भारती, थाना पद्मनाभपुर से प्र.आर. उमेश गंगराले, आरक्षक कमलेश यादव, सिविल टीम छावनी से अमित कुमार और एंटी क्राइम सायबर यूनिट से सउनि पूर्ण बहादुर, प्र.आर. चन्द्रशेखर वंजीर, विजय शुक्ला, आरक्षक अनुप शर्मा, जावेद हुसैन, अभय राय, निखिल साहू, महिला आरक्षक आरती सिंह की उल्लेखनीय भूमिका रही।