कवर्धा। रविवार को हुई हिंसा के बाद बाद बुधवार को भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल कवर्धा (कबीरधाम) पहुंचा। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक के नेतृत्व में पीड़ित परिवारों से मिलना चाहता था, लेकिन प्रशासन ने इसकी इजाजत नहीं दी। इससे नाराज प्रतिनिधि मंडल ने धरना दिया और सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। नेताओं ने कहा कि कवर्धा में बड़े पैमाने पर बाहर से लाकर वर्ग विशेष के लोगों को बसाया जा रहा है। कवर्धा जल रहा है और मुख्यमंत्री अपने नेताओं को खुश करने के लिए उत्तर प्रदेश के भ्रमण पर हैं।
सांप्रदायिक हिंसा के बाद भाजपा का प्रतिनिधि मंडल कवर्धा पहुंचा था। प्रतिनिधि मंडल हिंसा पीड़ित परिवारों से मिलना चाहता था, लेकिन कलेक्टर ने कानून-व्यवस्था का हवाला देकर उन्हें रोक दिया। प्रशासन के रवैये से नाराज भाजपा नेताओं ने धरना देना शुरू कर दिया और पत्रकारों से बातचीत में सरकार और प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि उत्तर प्रदेश में क्या हो रहा है, ये तो दुनिया को मालूम है, लेकिन कबीरधाम में क्या हो रहा है। इसकी जानकारी नहीं है। हमें लाठी और मार खाये लोगों का हालचाल पूछने से भी रोका जा रहा है। सरकार को इसका परिणाम भुगतना होगा। प्रदेश की जनता ने विकास के लिए वोट दिया था, लेकिन सरकार कुर्सी की दौड़ में लगी हुई है। सिलगेर में भी किसानों की जान गई थी, मुख्यमंत्री वहां तो नहीं गए थे। बलरामपुर में पंडो जनजाति के लोगों पर अत्याचार हुआ, लेकिन उनसे मिलने कोई नहीं गया।
पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा जल रहा है और मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश का भ्रमण कर रहे हैं। अन्य नेताओं ने आरोप लगाया कि कवर्धा में एक वर्ग विशेष के लोगों को बाहर से लाकर बसाया जा रहा है। यह काम बड़े पैमाने पर हो रहा है और उनके राशन कार्ड आदि भी बनाए जा रहे हैं। ज्ञात हो कि कवर्धा में हिंसा के बाद कर्फ्यू है।
(TNS)