भिलाई (Bhilai)। पार्षद (councilor) सूरज के परिजनों (relatives) ने आज हथखोज (hathkhoj) चौक पर चक्काजाम कर दिया है। उनकी मांग है कि हत्यारों (killers) को तत्काल पकड़ा जाए। पुलिस बताए कि वारदात में अब तक क्या किया है।
बता दें कि सोमवार की रात भिलाई-तीन (Bhilai-3) चरौदा निगम (Charoda Corporation) के वार्ड-2, औद्योगिक क्षेत्र हथखोज से कांग्रेस पार्षद सूरज बंछोर (39 वर्ष) की हत्या (murder) कर दी गई है। इसके कारण का पता नहीं चल पाया है। इस वारदात की तह तक पहुंचने व हत्यारों की धरपकड़ के लिए पुलिस ने 6 टीमों का गठन किया है। वहीं लगभग 11 लोगों को हिरासत (Custody) में लेकर पूछताछ की जा रही है।
छावनी सीएसपी (Cantonment CSP) विश्वास चंद्राकर ने सोमवार की रात जानकारी दी थी कि रात 9 बजे से पहले पार्षद बंछोर हथखोज तालाब के पास स्कूल के पीछे दोस्तों के साथ बैठे थे। इसी दौरान उसके साथ वारदात हुई थी। फोन करने पर जब काफी देर तक वे फोन नहीं उठाए तब उसे ढूंढते हुए उनके दोस्त तालाब पहुंचे, तो सूरज जमीन पर खून से लथपथ पड़े हुए थे| उसके सिर, चेहरा और पीठ पर धारदार हथियार के निशान थे।
वारदात का कारण और हत्यारे की खोज में पुलिस
पार्षद की हत्या का कारण और हत्यारे के बारे में अभी कुछ भी पता नहीं चल सका है। एएसपी शहर संजय ध्रुव के अनुसार मामले की तह तक पहुंचने के लिए छह टीमों का गठन किया गया है। 11 संदग्धों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ जारी है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भिलाई तीन थाने में डटे हुए हैं। उनके मार्गदर्शन में पुलिस तफ्तीश (police investigation) में लगी हुई है।
आधी रात कई लोगों को हिरासत में लिया
पुलिस ने बताया कि मामले में आधी रात के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनसे पूछताछ की जा रही है। यह बात सामने आ रही है कि हत्या का एक कारण पुरानी रंजिश हो सकता है। अब तक लगभग 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने बताया कि घटना के बाद से संदिग्धों की धरपकड़ के लिए 6 टीमें गठित (teams formed) की गई है।
दो दिनों पहले किसी से विवाद हुआ था
मामले में यह जानकारी मिली है कि तीन दिनों पहले सूरज बंछोर का किसी के साथ विवाद (Controversy) हुआ था। सूरज का एक दिन पहले ही 14 नवंबर को जन्मदिन था। वे निर्दलीय चुनाव (independent election) जीते थे। बाद में वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे। घटना के बाद बीएम शाह अस्पताल लगा गया था। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। अस्पताल में परिजन, ग्रामीण व समर्थकों की भीड़ रातभर लगी रही।
टीमें संदिग्धों पर नजर रखे हुए है
मामले में एएसपी शहर (asp city) संजय ध्रुव ने बताया पार्षद की हत्या के बाद पुलिस को सूचना दिए बगैर अस्पताल ले जाया गया था। अभी हत्या कारण स्पष्ट नहीं है। संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। 6 टीमें मामले की जांच कर रही है। 11 संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है।
(TNS)