AMBIKAPUR. एक तरफ पिता के इलाज के लिए पैसों की जरूरत थी तो दूसरी तरफ केबीसी में 25 लाख रुपए इनाम में जीतने के लिए पैसे जमा करने थे। ऐसे में लालच में आकर एक युवक ने पिता के इलाज के बदले केबीसी लॉटरी के पैसे पाने के लिए अज्ञात खाते में 4 लाख रुपये जमा करा दिए। अब न तो उसके पिता की जिंदगी बची और न हीं लॉटरी के 2500000 रुपए मिले। ठगी का यह मामला सरगुजा जिले के दरिमा थाना क्षेत्र का है।

जानकारी के अनुसार रोजगार सहायक का काम करने वाले पंकज प्रधान को एक व्हाट्सएप कॉल आया। इसमें केबीसी के जरिए 25 लाख की लॉटरी लगने की जानकारी पंकज को दी गई। पंकज 2500000 पाने के लिए पंकज राजी हो गया और उसने वह पैसे जो उसकी बहन की मौत के बाद मुआवजे के तौर पर मिले थे, उसे खर्च करने को तैयार हो गया।

इसी बीच, उसके पिता अस्पताल में भर्ती थे और इलाज के लिए उसे पैसों की जरूरत थी, मगर लालच में फंसे पंकज ने अपने पिता के इलाज में पैसे खर्च करने के बजाय उन खातों में पैसे जमा कर दिए। इसमें आरोपी ठग ने 2500000 रुपए के बदले टैक्स जमा करने की जानकारी दी थी। अलग-अलग खातों में पीड़ित युवक ने 4 लाख जमा कर दिए और इसी बीच उसके पिता की मौत पैसों के अभाव में इलाज न मिल पाने के कारण हो गई। अब न तो उसके पास अपना पिता हैं और ना ही 2500000 की लॉटरी उसे मिल पाई है ऐसे में जब उसे खुद के ठगे जाने की जानकारी हुई तो उसने अब दरिमा थाने में इसकी शिकायत की है।

इसके बाद दरिमा पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के खिलाफ धोखाधड़ी और आईटी एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर लिया है। पुलिस जल्द ही आरोपियों की गिरफ्तारी की बात कह रही है। मगर लगातार जागरूकता फैलाए जाने के बाद भी जिस तरह से पंकज और इस जैसे लोग ठगों के झांसे में आ रहे हैं उससे साफ है कि ठग अपने इरादों में कामयाब हो जा रहे हैं। इस मामले में दुखद पहलू यह था कि जिस पैसों से इलाज करा कर पंकज अपने पिता की जान बचा सकता था। उसे पंकज ने अपने लालच में गवा भी दिए। अब उसके पास न तो उसके पिता है और ना ही वह राशि जिससे पिता की जान बच सकती थी। वह लाटरी की राशि, जिसके लिए उसने 400000 और अपने पिता दोनों को खो दिया।




































