DURG. एसपी डॉक्टर अभिषेक पल्लव ने महादेव एप में सिपाही की संलिप्तता पाए जाने पर उसे सस्पेंड कर दिया है। जानकारी के अनुसार थाना कुम्हारी में तैनात सिपाही सहदेव यादव लगभग एक साल से ड्यूटी पर नहीं आ रहा था। साल 2021 से सिपाही सहदेव बिना किसी सूचना के गायब हो गया था। उसकी कॉल डिटेल्स में महादेव एप के संचालकों से लगातार बातचीत होने की जानकारी भी सामने आई है। इतना ही नहीं वो खुद भी इसमें शामिल था।
महादेव आईडी के बड़े रैकेट का खुलासा मार्च 2022 में हुआ था। इसमें बड़ी संख्या में पुलिसकर्मियों भी शामिल पाए गए थे। इसके बाद 10-15 आरक्षकों को तत्कालीन एसपी बीएन मीणा ने लाइन अटैच किया था। साथ ही आरक्षकों के खिलाफ लगे आरोपों की जांच भी की जा रही थी। इन्हीं कॉन्स्टेबल में सहदेव का भी नाम था। सीडीआर और कॉल डिटेल खंगालने पर सहदेव की भूमिका संदिग्ध नजर आई। वो दुबई में बैठे सन्नी सतनाम और महादेव सट्टा चलाने वाले से बात किया करता था।
दुर्ग पुलिस की जांच में केवल पुलिस के सिपाहियों के नाम ही नहीं बल्की पुलिस के कई अधिकारियों, नेता और पत्रकारों के नाम भी महादेव ऑनलाइन सट्टा एप से जुड़े थे। फिलहाल सभी की जांच की जा रही है। जांच में पाया गया था कि दुबई जाने वालों में ज्यादातर दुर्ग, भिलाई और रायपुर के लोग हैं। इसमें मौदहापारा, बैरनबाजार, रामसागरपारा, सिविल लाइन इलाके के लोग के साथ-साथ बड़े राजनीति पार्टी से जुड़े नेता, सराफा कारोबार, बिल्डर और कबाड़ से जुड़े लोग थे।
दुर्ग एसपी डॉ.अभिषेक पल्लव ने बताया कि कॉन्स्टेबल्स सहदेव यादव पिछले कई महीनों से ड्यूटी नहीं आ रहा था। इसकी लगातार शिकायतें भी मिल रही थी। जब इसकी कॉल डिटेल्स की जांच की गई तो में उसमे पुलिस की सूचना को लीक करने और लगातार सटोरियों से संपर्क में होने की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही कुछ और कॉन्स्टेबल्स की शिकायत भी मिल रही है, जिसपर पुलिस के अधिकारी नज़र रखें हुए हैं। सही पाए जाने पर उनकर भी कार्रवाई की जाएगी।