TIRANDAJ DESK. इस तस्वीर को देखकर आप सभी के मन में अलग-अलग विचार आ रहे होंगे। कई लोग इसे अश्लीलता से जोड़कर देख रहे होंगे, तो बहुत से लोग ऐसा करने के पीछे के कारण को जानने के लिए उत्सुक होंगे। आज हम आपको बताएंगे कि क्यूँ एक बेटी अपने स्तन का दूध पिता को पिलाने के लिए मजबूर थी, यकीनन कारण जान आपके आँखों में आंसूं जरूर आ जाएंगे।

इस तस्वीर को यूरोप मे ‘मुरिलो’ नाम के एक पेंटर ने बनाया है। दरअसल इस तस्वीर के पीछे की कहानी यह है कि यूरोप के एक देश में बहुत समय पहले एक गरीब व्यक्ति को पाव रोटी चुराने के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई थी। उसकी सजा की शर्त थी कि उस व्यक्ति को भूखा तब तक जेल में रखा जाए, जब तक वह तड़प-तड़प के भूख से न मर जाए।
उस इंसान की बेटी ने सरकार से अनुरोध किया कि उसके पिता से उसे मिलने दिया जाए। सरकार ने उसे अपने पिता से मिलने की इजाजत दे दी। वह कुछ खाना छिपाकर जेल में ले जाकर पिता को खिलाना चाहती थी। लेकिन वह असफल रही, जेल के अंदर जाने से पहले उसकी तलाशी ली जाती थी। ताकि वह अंदर कुछ खाने का सामान लेकर न जा सके। वह अपने पिता को भूख से तड़पते हुए नहीं देख सकी।

इसके बाद उसने अपने पिता की जान बचाने का एक उपाय खोज निकाला, और पिता को जिंदा रखने के लिए अपने स्तन से दूध पिलाने लगी। कई दिनों तक उस व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई। तो पहरेदारों को शक होने लगा, एक बार उन्होंने दूध पिलाते हुए बाप-बेटी दोनों को रंगे हाथों पकड़ लिया।

उन दोनों पर मुकदमा चलाया गया, और बाप-बेटी के इस अद्भुत स्नेह को देखते हुए अदालत ने कानून से हटकर एक भावनात्मक फैसला सुनाया। इन दोनों बाप-बेटी को रिहा कर दिया गया। यह तस्वीर यूरोप की सबसे महंगी तस्वीरों में से एक है। इस कहानी से यह स्पष्ट हो जाता है कि नारी चाहे किसी भी रूप में क्यों न हो, उसके अंदर की ममता बाहर आ ही जाती है।

































