जशपुर। जिले में असली सोना दिखाकर नकली सोना खपाकर लाखों रुपए की ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। कुंनकुरी थाने में मीड़िया के सामने एसपी विजय अग्रवाल ने मामले पर 4 ठगों की गिरफ्तारी की जानकारी दी। बताया उनसे दो दर्जन से ज्यादा मोबाईल, 5 बाईक, 40 हजार नगद, नकली सोने का बिस्किट बरामद किया गया है।
इस दौरान एसपी विजय अग्रवाल ने मामले का खुलासा करने में लगी पुलिस टीम के जवानों की पीठ थपथपाई। उन्हें पुरस्कार देने की घोषणा की।
ठगी का ये पहला मामला
घटना के अनुसार 7 अक्टूबर 2021 को प्रार्थी 75 वर्षीय रिटायर्ड शिक्षक पतरस कुजूर, निवासी डिपाटोली, थाना दुलदुला ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि 09 अगस्त 2020 को तीन अज्ञात व्यक्तियों ने ट्रेक्टर मांगने के नाम पर लगातार सम्पर्क किया। परिचय हो जाने के बाद प्रार्थी को सोना के संबंध में बात की। प्रार्थी को झांसे में लेते हुए बताया कि वे 1 करोड़ 50 लाख रुपए का सोना रखे हैं। इसे कम दर पर खरीद सकते हैं। एक सप्ताह बाद तीनों व्यक्ति प्रार्थी के यहां आकर एक व्यक्ति ने एक सोने की बिस्किट की कीमत 10 लाख बताया। इस पर प्रार्थी 5 लाख देने को तैयार हो जाता है।
सौदा होने के बाद प्रार्थी को नकली सोने की बिस्किट कपड़े में लपेट कर शील बंद कर दे देता है। उसके बाद तीन-चार दिनों तक ठगों का कोई फोन नहीं आने पर प्रार्थी कपड़े से सोने की बिस्किट को खोलता है, तो भौंचक्क रह जाता है। कपड़े के अंदर आधा किलो का बट मिलता है। वह समझ जाता है कि वह ठगी का शिकार हो गया है। वह तत्काल थाना तपकरा जाकर मामला दर्ज कराता है। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए धारा 420, 34 भादवि पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया।
ठगी का ये दूसरा मामला
इसी तरह 9 सितंबर 2020 को प्रार्थी फिलमोन टोप्पो, ग्राम कोरना, थाना दुलदुला का मामला सामने आया। उनसे भी तीन व्यक्ति अनिल सोनी, दिनेष साय व प्रदीप एक्का नाबार्ड के नाम पर वृक्षा रोपण कराने वाले हैं बता कर प्रार्थी से लगातार परिचय बढाया। उसके बाद प्रार्थी को 70 लाख रुपए का सोना रखे होने की जानकारी दी। कहा दिल्ली वाले खरीदेंगे। उसके बाद प्रार्थी को अच्छा फायदा होगा कहकर लालच में उलझा दिया।उसके बाद आरोपी अनिल सोनी ने इस प्रार्थी से भी 5 लाख रुपए लगाने को कहा। प्रार्थी ठगों की बातों में आ गया और बेहराखार, थाना नारायणपुर के पास बुलाकर दे दिया।
उसके बदले में ठगों ने टिफिन के अंदर कपड़े में लपेट कर सोना शील बंद कर थमा दिया। बाद में तीनों आरोपियों से कोई समंपर्क नहीं होने पर प्रार्थी ने टिफिन खोलकर देखा तो एक किलो ग्राम का बट कपड़े में लपेटा मिला। मामले की शिकायत थाना नारायणपुर में दर्ज कराई। मामले में धारा 420, 34 भादवि. पंजीबद्ध कर विवेचना मे लिया गया था।
दोनों प्रकरणों में आरोपियों की पतासाजी के लिए पुलिस अधीक्षक जशपुर विजय अग्रवाल, अति. पुलिस अधीक्षक प्रतिभा पाण्डेय ने एसडीओपी मनीष कुंवर के साथ अलग-अलग थानों से टीम तैयार कर लगातार पतासाजी की गई। मुखबीर से सूचना मिली कि कुछ व्यक्ति जशपुर जिला व ओडिशा में सोना ठगी के काम में सक्रिय हैं। उसके बाद पुलिस टीम लगातार पतासाजी कर एक संदिग्ध व्यक्ति को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की तो मामले की परत खुलने लगी ।
पुलिस के अनुसार सुगल चौहान (48 वर्ष) निवासी लपई, थाना कांसाबेल जो अलग-अलग जगहों पर किराए से रहकर साथी भोला राम यादव (45 वर्ष) निवासी डुमरटोली, थाना नारायणपुर, अनिल चौहान (35 वर्ष) निवासी लपई, थाना कांसाबेल, अधिन राम बसोड़ (48 वर्ष) निवासी बेहराखार, थाना नारायणपुर एवं अन्य एक व्यक्ति तरूण सोनी निवासी गंझूटोली, थाना कांसाबेल के साथ मिलकर जशपुर जिला व ओडिशा में सोना के नाम पर पैसे ऐंठना पाया गया। आरोपी सुलग राम चौहान के बताए अनुसार उसके सभी साथियों को अभिरक्षा में लेकर पूछताछ की गई। सभी ने अपराध करना कबूल किया। बताया कि पहले वे ऐसे लोगों को पकड़ते थे जिनके पास बड़ी राशि हो। उसके बाद उन्हें लालच देकर फंसाते थे। लगातार सम्पर्क कर जान पहचान बढाते थे। इस तरह वे एक सरगना के रूप में काम करने लगे थे। वे भोले-भाले लोगों से लाखों रुपए की ठगी जशपुर जिला व ओडिशा में किए।
पुलिस की इस टीम को मिलेगा पुरस्कार
प्रकरण की विवेचना एवं आरोपियों को गिरफ्तार करने में निरीक्षक जीवन जांगड़े, उप. निरीक्षक भास्कर शर्मा थाना प्रभारी कुनकुरी, उप. निरीक्षक लोहरा राम चौहान थाना प्रभारी तपकरा, सउनि. बैजन्ती किण्डो, प्रधान आर. मोहन बंजारे, प्रधान आर. कार्तिक भगत, आर. राजेन्द्र रात्रे, अविनाष लकड़ा, संतु राम यादव, जितेन्द्र गुप्ता, चन्द्रषेखर बंजारे, नंदलाल यादव, हरिहर यादव की भूमिका रही।
(TNS)