BILASPUR NEWS. बिलासपुर में एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए रिश्वतखोर नगर पंचायत सीएमओ और उसके क्लर्क को रंगे हांथ गिरफ्तार किया है। मकान का नक्शा पास करने के एवज में घूसखोर अधिकारी- कर्मचारी ने 12 हजार रुपए के रिश्वत की मांग की थी।

दरअसल, मामला नगर पंचायत बोदरी का है। नूतन चौक सरकंडा निवासी वेदराम निर्मलकर ने 12 दिसंबर को बोदरी नगर पंचायत सीएमओ भारती साहू और बाबू सुरेश सिहोरे पर मकान का नक्शा पास करने के एवज में रिश्वत की मांग करने की शिकायत दर्ज कराई। शिकायत को सत्यापित करने के बाद ACB ने घूसखोर अधिकारी और कर्मचारी को ट्रैप किया और रिश्वत लेते कार्यालय से ही रंगे हांथ गिरफ्तार कर लिया।

CMO भारती साहू और क्लर्क सुरेश सिहोरे 12 हजार रुपए की रिश्वत ले रहे थे। राशि जब्त कर ACB ने दोनों को कोर्ट में पेश किया है। आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई की जा रही है।

पिछले महीने ही दबोचे गए थे तहसीलदार
एंटी करप्शन ब्यूरो ने बीते नवंबर माह में भी बिलासपुर में एक तहसीलदार को घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था। एसीबी ने सीपत के नायब तहसीलदार को गिरफ्तार किया था। उन्हें 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते एसीबी ने पकड़ा था। जमीन बिक्री के कागजात में नाम दर्ज कराने के लिए 50,000 रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप नायब तहसीलदार पर लगा था। आरोपी की पहचान देश कुमार कुर्रे के रूप में हुई थी और वह जिले के सीपत स्थित तहसील कार्यालय में तैनात था।

एसीबी के अधिकारी अजितेश सिंह ने बताया था कि कुर्रे ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता से भूमि अभिलेखों में अपना और अपने भाई-बहनों का नाम दर्ज कराने के लिए रिश्वत की मांग की थी। उसने कुल 1,50,000 रुपये की मांग की थी, लेकिन बाद में वह 1,20,000 रुपये लेने को तैयार हो गया। कुर्रे को 50,000 रुपये की पहली किस्त लेते समय गिरफ्तार किया गया और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत केस दर्ज किया गया।


































