BILASPUR NEWS. बिलासपुर में सकरी तहसील के आश्रित ग्राम बरदुलापारा में शराब दुकान खोले जाने के विरोध में बड़ी संख्या में ग्रामीण महिलाओं ने कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया। महिलाओं ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए शराब दुकान की स्थापना पर रोक लगाने की मांग की। महिलाओं ने साफ चेतावनी दी हे कि वे अपने गांव में इस तरह की गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगी।

ग्रामीणों का कहना है कि बरदुलापारा गांव में लगभग 600 की आबादी है, जिसमें ज्यादातर आदिवासी परिवार निवासरत हैं। गांव के लोग खेती-किसानी और मजदूरी कर जीवनयापन करते हैं। गांव में प्राथमिक शाला भी संचालित है, जहां बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हालही में शराब भट्ठी खोलने की प्रक्रिया शुरू की गई है और इसके लिए भवन निर्माण कार्य भी जारी है।

ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि, यदि शराब दुकान खोली जाती है, तो गांव में अशांति फैल सकती है और इससे बच्चों की मानसिक स्थिति पर भी नकारात्मक असर पड़ेगा। आदिवासी समुदाय ने स्पष्ट कहा है कि वे अपने गांव में इस तरह की गतिविधि बर्दाश्त नहीं करेंगे और जरूरत पड़ी तो आंदोलन करेंगे। महिलाओं ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई कर शराब दुकान की प्रक्रिया को निरस्त करने की मांग की।

दुर्ग में भी शराब दुकान खोलने का विरोध
दुर्ग जिले के खुर्सीपार स्थित पंडित दीनदयाल स्टेडियम परिसर में खुली शराब दुकान का विरोध तेज हो रहा है। सोमवार को वार्ड पार्षद भूपेंद्र यादव के साथ बड़ी संख्या में रहवासी कलेक्टर से मिलने पहुंचे। उन्होंने जनदर्शन में कलेक्टर अभिजीत सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए स्टेडियम परिसर में संचालित शराब दुकान को तत्काल बंद करने की मांग की। रहवासियों ने बताया कि यह दुकान चार दिन पहले खोली गई है, जबकि इसका विरोध लंबे समय से किया जा रहा था।






































