BHILAI NEWS. भिलाई के सेक्टर-7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय में सोमवार को “जनजातीय समाज का गौरवशाली इतिहास” विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इतिहास विभाग के तत्वावधान में हुए इस कार्यक्रम में जनजातीय समाज की प्राचीन परंपराओं, आध्यात्मिक शक्ति, सांस्कृतिक धरोहर और सामाजिक योगदान पर विस्तार से चर्चा हुई।

सभा में मुख्य अतिथि के रूप में दुर्ग साइंस कॉलेज की राजनीति विज्ञान विभाग की पूर्व अध्यक्ष डॉ. वेदवती मांडवी और विशिष्ट अतिथि के रूप में इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ. अनिल कुमार पांडेय उपस्थित रहे। दोनों विशेषज्ञों ने जनजातीय समाज की अनदेखी गाथाओं, संघर्षों और स्वाभिमान की ऐतिहासिक परंपरा पर सारगर्भित व्याख्यान प्रस्तुत किया।

मांगलिक आराधना और आदिवासी नृत्य ने बांधा समां
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा ने की। शुरुआत छात्रसंघ प्रभारी डॉ. मणिमेखला शुक्ला द्वारा बस्तर की देवी मंगला की हलबी भाषा में आराधना से हुई, जिसने पूरा माहौल आध्यात्मिक ऊर्जा से भर दिया। राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्र-छात्राओं कलश, हंसा नाविक, गजेन्द्र, चंचल सहित पूरे समूह ने पारंपरिक आदिवासी नृत्य प्रस्तुत कर सभागार में सांस्कृतिक उत्सव जैसा वातावरण बना दिया।

इतिहास से वर्तमान तक की यात्रा को समझने की पहल
प्रख्यात लेखक एवं हिंदी विभाग के प्राध्यापक डॉ. अंजन कुमार ने कार्यक्रम का कुशल संचालन किया। आयोजन सचिव डॉ. अनिरबन चौधरी, व्यवस्था प्रमुख डॉ. सुमित्रा मौर्य, अरुणा चौबे, अंजू देवी सहित समस्त स्टाफ, शोधार्थियों और विद्यार्थियों ने कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।





































