BALRAMPUR NEWS. बलरामपुर जिले की कोतवाली पुलिस के कस्टडी में हुए युवक की मौत ने अब राजनीतिक रंग लेना शुरू कर दिया है। दो दिनों के बाद भी मृतक के परिजनों ने युवक की डेड बॉडी को पुलिस से अपने सुपुर्द में नहीं लिया है और आज कांग्रेस ने इस मामले में प्रेस वार्ता करते हुए पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने कहा कि पिछले एक साल के भीतर पुलिस की कस्टडी में दो युवकों की मौत हुई है, ऐसे में पुलिस की कार्य प्रणाली संदेह के घेरे में है।

रविवार को सीतापुर थाना क्षेत्र से कोतवाली पुलिस की टीम में चोरी के संदेह में एक युवक को पूछताछ के लिए थाना लेकर आई थी। जिसमें तबीयत खराब होने पर उसे जिला अस्पताल के लिए भर्ती कराया गया था। जहां उसकी मौत हो गई थी। इस पूरे मामले में परिजनों का आरोप है कि पुलिस की मारपीट से युवक की मौत हुई है।

कांग्रेस के जिला प्रवक्ता एवं जिला महामंत्री सुनील सिंह ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में हो रही मौत प्रशासन की असफलता को दर्शा रही है। उन्होंने कहा कि समूचे छत्तीसगढ़ में ऐसी घटनाएं कम हो गई है और इसकी कांग्रेस पार्टी घोर निंदा कर रही है। कांग्रेसियों ने कहा कि जितनी जल्दी हो सके इस मामले की जांच होनी चाहिए और जांच रिपोर्ट सार्वजनिक होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।

सरगुजा IG का बयान भी सामने आया
बलरामपुर में कस्टोडियल डेथ मामले में सरगुजा IG का बयान भी सामने आया है। जिसमें उन्हेांने कहा है कि मामले की न्यायिक जांच हो रही, जांच के बाद उचित कार्रवाई होगी। IG ने परिजनों अपील की है कि शव का अंतिम संस्कार करें। 3 दिनों से बलरामपुर मर्च्युरी में ही डेडबॉडी रखी है। इस मामले में परिजनों समेत पूर्व मंत्री अमरजीत भगत ने भी IG से मुलाकात की है।





































