BHILAI NEWS. शिक्षाधानी भिलाई के सेक्टर-7 स्थित कल्याण स्नातकोत्तर महाविद्यालय के बायोटेक्नोलॉजी विभाग में आयोजित ‘बॉयो बाजार’ में विद्यार्थियों की रचनात्मकता और नवाचार झलक उठा। स्नातक और स्नातकोत्तर छात्रों ने पर्यावरण हितैषी, नॉन-टॉक्सिक और हर्बल ऑर्गेनिक वस्तुओं का निर्माण कर सबका ध्यान खींचा।

इवेंट में विद्यार्थियों ने खुद से कैंडल, हर्बल साबुन, कार परफ्यूम, हवन कप, चॉकलेट जैसी रोजमर्रा की उपयोगी वस्तुएं बनाईं। इन प्रोडक्ट्स को विद्यार्थियों ने विभागीय स्टॉल में प्रदर्शित और बेचा भी, जिससे उन्हें आमदनी प्राप्त हुई। छात्रों के इनोवेशन, आकर्षक पैकिंग और प्रस्तुति की जमकर सराहना हुई।

कार्यक्रम के दौरान विद्यार्थियों ने रंगोली के माध्यम से प्रकृति, जैविक चक्र और मानव जीवन में बायोटेक्नोलॉजी की भूमिका को भी रेखांकित किया।

विभागाध्यक्ष डॉ. सौम्या खरे ने बताया कि कार्यक्रम से पहले विद्यार्थियों को आवश्यक ट्रेनिंग दी गई थी ताकि वे बहुपयोगी वस्तुओं को वैज्ञानिक तरीके से तैयार कर सकें। उन्होंने कहा कि “‘बॉयो बाजार’ छात्रों के सिलेबस के ‘बायो इंटरप्रेन्योरशिप’ हिस्से को व्यवहारिक रूप देने का प्रयास है। इससे न सिर्फ विद्यार्थियों में आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ती है, बल्कि उनकी छिपी प्रतिभा को भी मंच मिलता है।”

इवेंट को सफल बनाने में असिस्टेंट प्रोफेसर साक्षी पाण्डेय, आभा जोशी और प्रज्ञा चंद्राकर सहित विभागीय स्टाफ और विद्यार्थियों की अहम भूमिका रही।
कार्यक्रम का शुभारंभ महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनय शर्मा ने किया। उन्होंने कहा कि “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2047 तक आत्मनिर्भर भारत की जो परिकल्पना की गई है, उसमें ऐसे युवा नवाचारों की अहम भूमिका होगी।”

इस अवसर पर वाणिज्य संकाय प्रभारी डॉ. सलीम अकील, राजनीति विज्ञान विभाग की अध्यक्ष डॉ. मणि मेखला शुक्ला, डॉ. क्षिप्रा सिन्हा, डॉ. हरिश कश्यप, डॉ. गुणवंत चंद्रौल, डॉ. कविता वर्मा और स्पोर्ट्स ऑफिसर भुवनेश्वर साहू सहित अन्य प्राध्यापक उपस्थित रहे।


































