RAIPUR NEWS. छत्तीसगढ़ में 17 अक्टूबर का दिन इतिहास में दर्ज हो गया है। 210 दुर्दांत नक्सलियों ने हथियार छोड़ मुख्यधारा में वापसी की। इस बीच अब नक्सलियों के सरेंडर को लेकर एक तरफ पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जहां गृहमंत्री अमित शाह और राज्य सरकार की सराहना की। वहीं भाजपा ने कांग्रेस नेताओं के अलग अलग बयानों को लेकर तीखा हमला बोला। जाहिर है कि नक्सलियों के सरेंडर पर क्रेडिट पॉलिटिक्स शुरू हो गई है।


छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ जंग में लगातार बड़ी सफलता मिल रही है। बीते एक सप्ताह में 250 से अधिक नक्सलियों ने मुख्यधारा में वापसी की है। 60 नक्सलियों ने जहां नक्सली लीडर सोनू दादा के नेतृत्व में गढ़चिरौली में हथियार छोड़ वापसी की। वहीं 210 नक्सलियों ने जगदलपुर में मुख्यधारा में वापसी की। इससे बस्तर ही नहीं देश के अन्य नक्सल प्रभावित राज्याें में भी नक्सलवाद के खिलाफ वातावरण तैयार हुआ है।


अब इस पूरे मु्द्दे पर एक तरफ जहां क्रेडिट पॉलिटिक्स शुरु हो गई है, वहीं कांग्रेस इस मसले पर एक बार फिर बंटी हुई नजर आ रही है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने नक्सलियों के आत्मसमर्पण को लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राज्य सरकार की सराहना की।

वहीं पीसीसी चीफ दीपक बैज लगातार नकली और असली नक्सली को लेकर सवाल पूछ रहे हैं। लगातार नक्सलियों का प्रोफाइल सार्वजनिक करने की मांग कर रहे हैं। उनकी मांग पर गृहमंत्री विजय शर्मा ने आत्मसमर्पित नक्सलियों के नाम, पद और अन्य डिटेल्स जारी कर दिए हैं।