BILASPUR NEWS. सोशल मीडिया पर नाम और फॉलोअर्स पाने की होड़ अब खतरनाक मोड़ पर पहुँच चुकी है। बिलासपुर में कुछ युवक ‘फेमस’ होने के चक्कर में हथियार लहराते हुए, धमकियाँ देते और डर फैलाते रीलें बना रहे थे। इन रीलों के जरिए वे खुद को ‘डर का ब्रांड’ बनाना चाहते थे लेकिन बिलासपुर पुलिस ने इस नकली बहादुरी की पोल खोल दी।
पुलिस ने लुट्टू पांडेय, शिवम मिश्रा, लक्की यादव, शैलेश चौबे और शंभू यादव को गिरफ्तार किया है। इनके पास से रिवॉल्वर, एयर गन, चाकू, बेसबॉल स्टिक और एक बुलेट बाइक जब्त की गई है।
जांच में खुलासा हुआ कि ये युवक लंबे समय से सोशल मीडिया पर गैंगस्टर-स्टाइल रीलें बना रहे थे। इनका मकसद था अपने इलाके में “भय” का माहौल बनाना और लोगों में अपनी छवि अपराधी के रूप में स्थापित करना।
गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर, बनारस और इलाहाबाद तक भागे रहे। पुलिस की विशेष टीम ने महीनों तक ट्रैकिंग कर आखिरकार रतनपुर के पास इन्हें दबोच लिया।
पुलिस ने बताया कि ये सभी आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं, जिन पर पहले से कई गंभीर मामले दर्ज हैं — जिनमें मारपीट, चाकू से हमला, नशे का कारोबार और संगठित अपराध में संलिप्तता शामिल है। अब इन पर संगठित अपराध की धारा लगाई जा रही है और इनके गिरोह की अवैध संपत्ति की जाँच शुरू हो गई है।
पुलिस का सख्त संदेश
“रील में दिखाने के लिए हथियार लहराना, धमकी देना या डर फैलाना — यह मज़ाक नहीं, अपराध है। जो ऐसा करेगा, उसे सोशल मीडिया नहीं, सलाखें मिलेंगी।”